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सीएम योगी ने लांच किया 'निर्भया : एक पहल' अभियान, हर जिले में उद्यमी बनाई जाएंगी एक-एक हजार महिलाएं

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश की महिलाओं और बेटियों की 'सुरक्षा, स्वाभिमान और स्वावलंबन' के लिए मिशन शक्ति अभियान शुरू करने वाली योगी आदित्यनाथ सरकार ने आधी आबादी के स्वावलंबन के लिए बड़ा कदम उठाया है। प्रदेश के हर जिले में एक-एक हजार महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए मिशन के तीसरे चरण में 'निर्भया : एक पहल' अभियान चलाया जाएगा। इसका शुभारंभ प्रशिक्षण किट वितरण के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को किया।

लोकभवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला उद्यमी हेल्पलाइन और वेबसाइट का लोकार्पण करते हुए कुछ महिलाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण किट का वितरण किया। इसके साथ ही प्रदेश भर में हर जिले में एक-एक हजार यानी कुल 75 हजार महिलाओं को किट का वितरण स्थानीय स्तर पर शुरू कर दिया गया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मिशन शक्ति के दो चरणों में तमाम विभागों को जोड़ा गया। अब सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग ने मोर्चा संभाला है। कौशल विकास प्रशिक्षण किट 75 हजार महिलाओं को दी गई है। साथ ही उद्यमिता का प्रशिक्षण शुरू हो गया है, जो तीन दिन तक चलेगा। इसमें उन्हें बताया जाएगा कि केंद्र और राज्य सरकार की कौन-कौन सी योजनाओं का लाभ उन महिलाओं को मिल सकता है, जो अपना उद्योग लगाना चाहती हैं। पूंजी की व्यवस्था सरकार की विभिन्न योजनाओं से हो जाएगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तीन माह का लक्ष्य रखा गया है। इस अवधि में महिलाओं को बैंक से कर्ज दिलाने में भी मदद की जाएगी और हर जिले में एक-एक हजार महिलाओं के उद्यम शुरू कराए जाएंगे। सुझाव दिया कि महिलाओं को प्रशिक्षण के दौरान मानदेय भी मिलना चाहिए। रेडीमेड गारमेंट के कारोबार में महिलाएं पुरुषों से बेहतर कर सकती हैं। उन्हें प्रशिक्षण, कच्चा माल और बाजार मुहैया कराया जाए तो वह चीन और वियतनाम को भी पीछे छोड़ देंगी।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मिशन शक्ति अभियान के तहत पूरे प्रदेश में महिला पिंक बूथ स्थापित किए गए हैं। प्रदेश के सभी थानों में महिलाओं के लिए हेल्प डेस्क स्थापित की गई है। अब मिशन शक्ति के तीसरे चरण में ग्राम पंचायत स्तर पर इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि जहां भी ग्राम सचिवालय संचालित हो रहे हैं वहां एक महिला शक्ति बूथ का गठन होना चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तीन दिन तक इन महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा, फिर अगले तीन माह में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से उन्हें बैंक और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाकर उद्यम शुरू कराकर स्वावलंबी बनाया जाएगा। इस दौरान सभी 75 जिलों में एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत चिन्हित उत्पादों पर आधारित डाक लिफाफों का अनावरण भी किया गया।

निर्भया फंड से चलेगा अभियान : एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का कहना था कि दिल्ली की घटना के बाद निर्भया फंड बना था, लेकिन पिछली सरकारों ने उस फंड का कोई इस्तेमाल नहीं किया। अब निर्भया : एक पहल अभियान से महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए इस फंड का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस पैसे से महिलाओं का कौशल विकास किया जाएगा, ताकि वह अपना उद्यम शुरू कर सकें। कार्यक्रम को एमएसएमई राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह ने भी संबोधित किया। योजना की विस्तृत जानकारी विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने दी। मंच पर मुख्य सचिव आरके तिवारी, आयुक्त एवं निदेशक उद्योग मनीष चौहान और पोस्ट मास्टर जनरल कौशलेंद्र कुमार सिन्हा भी थे।

हर जिले के ओडीओपी उत्पाद पर लिफाफा जारी : योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपनी महत्वाकांक्षी योजना एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के प्रचार-प्रसार के लिए खास पहल की है। सरकार ने डाक विभाग से समन्वय किया। विभाग ने ओडीओपी योजना के लिए खास तौर पर लिफाफे बनाए हैं। जिस जिले का जो उत्पाद योजना में चिन्हित है, उसी पर डाक लिफाफा जारी किया गया है। इनका अनावरण मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों ने किया। योगी ने सलाह दी कि सरकारी पत्राचार के लिए भी संबंधित जिले इन्हीं लिफाफों का प्रयोग करें। वहीं, नवनीत सहगल ने बताया कि इस तरह का दुनिया में पहला प्रयास है। एक प्रदेश में एक साथ 75 डाक लिफाफे जारी होने का भी रिकार्ड बन गया है।

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