छात्रवृत्ति और विधवा पेंशन के 61.85 लाख गबन का आरोपित बैंक का लेखाकार श्रीपति राम गिरफ्तार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. वर्ष 2007 से 2011 के बीच हुए घोटाले के संबंध में तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी ने मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में आर्थिक अपराध संगठन वाराणसी शाखा जांच कर रही थी। इस मामले में सिधारी थाना की पुलिस की मदद से घर से बैंककर्मी दबोचा गया है।
आर्थिक अपराध संगठन (ईओडब्ल्यू) वाराणसी और सिधारी थाने की पुलिस के संयुक्त प्रयास से बुधवार को छात्रवृत्ति व विधवा पेंशन के 61.85 लाख रुपये के गबन का आराेपित यूबीआइ के सेवानिवृत्त लेखाकार गिरफ्तार कर लिया गया। वर्ष 2007 से 2011 के बीच छात्रवृत्ति व विधवा पेंशन के सरकारी धन के हुए घोटाले के संबंध में तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी ने वर्ष 2014 में सिधारी थाना में जालसाजी की धारा में मुकदमा दर्ज कराया था। मामले की जांच आर्थिक अपराध संगठन वाराणसी शाखा को सौंपी गई थी।
आजमगढ़ जनपद में वर्ष 2007 व 2008 से 2010 व 2011 तक की अवधि में जिला समाज कल्याण अधिकारी व जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी के कार्यालय में नियुक्त अधिकारियों एवं कर्मचारियाें ने अनाधिकृत रूप से डीडी पर फ्लूड इंक लगाकर कूटरचित, पृष्ठांकन कर अप्रत्याशित रुप से पत्रों को बिना कार्यालय के डिस्पैच रजिस्टर में पंजीयन किए फर्जी पत्रांक संख्या अंकित कर छात्रबृत्ति, विधवा पेंशन की 61, लाख, 85 हजार, 966 रुपये की सरकारी धनराशि को मेर्सस प्रधानाचार्य श्री बलिराम, बेचू इंटर कालेज कौतुकपुर व बीरमपुर8 के नाम से यूबीआइ शाखा चण्डेश्वर में खुले खाते में डालकर घोटाला कर लिया गया था।
इस संबंध में तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह ने थाना सिधारी में मुकदमा पंजीकृत कराया था। आर्थिक अपराध संगठन वाराणसी की विवेचना में यूबीआइ शाखा चंडेश्वर के तत्कालीन लेखाकार श्रीपति राम का नाम प्रकाश में आने के बाद पुलिस लगातार उनकी तलाश कर रही थी। सिधारी थाने की पुलिस के साथ ईओडब्ल्यू के निरीक्षक एसके तिवारी की संयुक्त टीम ने मुकदमे में फरार चल रहे आरोपित बैंक के तक्कालीन लेखाकार श्रीपति राम निवासी मोहल्ला नरौली थाना सिधारी उनके घर पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया।