बलिया जिले में ट्रेन में डकैती करने वाले 6 आरोपितों के खिलाफ वारंट जारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. बलिया-छपरा रेलखंड पर रेवती रेलवे स्टेशन के पूर्वी आउटर सिग्नल पर सारनाथ एक्सप्रेस में 29 दिसंबर 2018 को हुई डकैती में शामिल छह अभियुक्तों के खिलाफ न्यायालय ने वारंट जारी किया है। जमानत पर छूटने के बार अभियुक्त न्यायालय के निर्देश के बाद भी हाजिर नहीं हो रहे हैं।
दुर्ग-छपरा डाउन सारनाथ एक्सप्रेस को हथियारों से लैस डकैतों ने रेवती के पास रोक लिया था। इसके बाद यात्री धर्मेन्द्र कुमार, रोहित कुमार, संतोष चन्द्र, रंजीत कुमार, विक्की तथा सुनील निवासी बिहार को आतंकित कर नकद के साथ ही पांच मोबाइल फोन लूट लिये थे। विरोध करने पर एक यात्री को हाकी से सिर पर वार कर घायल कर दिया था। बीस मिनट तक घटना का अंजाम दिया गया।
इस दौरान ट्रेन खड़ी रही। यात्रियों की तहरीर पर छपरा, बिहार स्टेशन पर जीआरपी ने मुकदमा कायम किया था। पुलिस अधीक्षक रेलवे पुष्पांजली ने एक सप्ताह तक कैंप कर घटना काे अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड भीम उपाध्याय के साथ ही आशीष उपाध्याय, अनिल साहनी, दीपक चौरसिया, शिवम चौधरी निवासी रेवती, सोनू उर्फ अरुण यादव निवासी सागरपाली को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से लूटी गई सोने की चेन, ब्रेसलेट, जूशर मशीन, पांच मोबाइल फोन, 11 हजार रुपये, दो एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड, पैन कार्ड, कपड़ों से भरा बैग, शैक्षिक प्रमाण पत्र आदि बरामद हुये थे। इसके बाद सभी जमानत पर छूट गये थे।
न्यायालय के निर्देश के बाद भी हाजिर नहीं हुये। इन सभी के खिलाफ वारंट जारी किया गया है। जीआरपी बलिया प्रभारी मारकण्डेय यादव ने बताया कि सभी अभियुक्तों के खिलाफ न्यायालय से वारंट जारी है। गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
करेंट के झटके से छत से गिरा बालक, गंभीर : जवाहर टोला में मामा के घर आया बालक करेंट की चपेट में आने से झुलस गया। सोमवार की सुबह लगभग 11 बजे छत पर विद्युत तार से स्पर्श होने पर वह नीचे गिर गया। उसकी हालत गंभीर बताई गई है। सात वर्षीय राजा पुत्र विजय पासवान निवासी नंदपुर थाना हल्दी मां रीना देवी के साथ कस्बा के वार्ड नंबर पांच निवासी मामा उमेश पासवान के यहां रक्षाबंधन के दिन आया था।
सोमवार को वह छत पर गया। वह छत से सटकर गुजरे 11 हजार वोल्ट के तार की चपेट में आ गया। बुरी तरह से झुलसकर छत से नीचे गिर गया। परिजन उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनियर ले गए जहां गंभीर स्थिति देखते हुए डाक्टर ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।