सितंबर में लगेगा स्कूली बच्चों को टीका! कोरोना बढ़ा तो बंद होंगे स्कूल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. यूपी में कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल पहले ही खोले जा चुके हैं. वहीं अब कक्षा 1 से ऊपर के सभी स्टूडेंट्स के लिए स्कूलों को खोलने का फैसला लिया गया है. लेकिन इसी बीच आज सरकार की तरफ से कहा गया है कि अगर कोविड की स्थिति बिगड़ती है तो स्कूलों को फिर से बंद किया जा सकता है. इसके अलावा स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी. यह जानकारी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के सदस्य ध्रुव कुमार त्रिपाठी के एक सवाल का जवाब देते हुए राज्य विधान परिषद में दी.
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा, बुनियादी शिक्षा में उपस्थिति अनिवार्य नहीं है. हमने कक्षा 9 से 12 तक के लिए भी उपस्थिति अनिवार्य नहीं की है. उन्होंने कहा, अभिभावकों, शिक्षकों और राजनीतिक संगठनों ने भी कहा है कि ऑफ़लाइन शिक्षा शुरू की जानी चाहिए, भले ही यह छोटी अवधि के लिए हो. उन्होंने आगे कहा, यूपी में, वर्तमान माहौल पर्याप्त रूप से सुरक्षित है, लेकिन अगर किसी भी चिंता (कोविड के संबंध में) का कोई संकेत है, तो हम स्कूलों को भी बंद कर सकते हैं.
चरणबद्ध तरीके से खुले हैं यूपी के स्कूल
उत्तर प्रदेश में सरकार ने चरणबद्ध तरीके से स्कूलों को खोलने का फैसला लिया था. सबसे पहले कक्षा 9 से 12 तक के लिए 16 अगस्त से स्कूल खोले गए. इसके बाद कक्षा छह से आठ के लिए 23 अगस्त से स्कूल खोलने का फैसला लिया गया है जबकि कक्षा एक से पांच के लिए 1 सितंबर से स्कूल खोलने को कहा गया है.
स्कूली बच्चों को कब लगेगी वैक्सीन
एक प्रश्न के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए टीका अभी उपलब्ध नहीं है, लेकिन सितंबर तक इसके उपलब्ध होने की उम्मीद है. इसके बाद अभियान चला कर बच्चों को टीका लगाया जाएगा.