उत्तर प्रदेश में विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों को भी 16 अगस्त से ही खोलने की तैयारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. काेरोना महामारी का प्रकोप कम होते ही शैक्षणिक संस्थानों को चरणबद्ध तरीके से खोलने की तैयारी तेज कर दी गई है। इस क्रम में 16 अगस्त से माध्यमिक विद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों को खोलने का निर्णय लिया गया है।
जिला विद्यालय निरीक्षक डा. विनोद कुमार राय ने सभी विद्यालयों से नौ से 12 तक की कक्षाएं फिलहाल दो पालियाें में चलाने का निर्देश दिया है। उधर 16 अगस्त से विश्वविद्यालय और महाविद्यालय 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की शासन ने हरी झंडी दे दी गई। वहीं प्रथमिक व जूनियर हाईस्कूल स्तर के विद्यालय एक सिंतबर से स्कूल खोलने पर विमर्श किया जा रहा है। ऐसे में चार माह से बंद प्राथमिक से लगायत उच्च शैक्षणिक संस्थान जल्द ही खुलने की उम्मीद जग गई है। शासन की हरी झंडी मिलने के बाद माध्यमिक विद्यालयों ने साफ-सफाई शुरू कर दी है।
कस्तूरबा बालिका इंटर कालेज की प्रधानाचार्य डा. सुधा सिंह ने बताया कि प्रथम पाली सुबह आठ से दोपहर 12 बते तक तथा दूसरी पाली में दोपहर 12.30 बजे से 4.30 बजे तक कक्षाएं चलाने का निर्देश है। फिलहाल कक्षा नौ से 12 तक ही कक्षाएं सप्ताह में सिर्फ पांच दिन चलाने की अनुमति होगी। विद्यालयों में शनिवार व रविवार दो दिन अवकाश रहेगा। वहीं रोटेशन मे एक दिन में 50 फीसद ही विद्यार्थी बुलाने का निर्देश दिया गया है। शासन की गाइड लाइन के अनुसार टाइम टेबल बना लिया गया है। वहीं रोटेशन में कक्षाएं चलाने के कारण आनलाइन पढ़ाई भी जारी रखने का निर्णय लिया गया है। इसी तरह विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में 16 अगस्त से स्नातक द्वितीय वर्ष व स्नातकोत्तर द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर की कक्षाएं शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
यही नहीं कोविड प्रोटोकल के संग छात्रावास व मैस चलाने क निर्णय लिया गया है। हालांकि, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाओं के मद्देनजर छात्रावास खोल दिया गया है। मेस भी चल रहा है। परीक्षा समाप्त होने के बाद विश्वविद्यालय नए सिरे से छात्रों को छात्रावास आवंटित करने पर विचार कर रही है। इस कम में बेसिक शिक्षा परिषद के कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों को एक सितंबर से खोला जा सकता है। बेसिक शिक्षा विभाग 15 अगस्त से खुल रहे माध्यमिक विद्यालयों में कोरोना संक्रमण की स्थिति का आंकलन करने के बाद एक सिंतबर से स्कूल खोलने का निर्णय कर सकता है।
गेट पर ही थर्मल स्कैनिंग, मास्क होगा अनिवार्य : विद्यालय परिसर में बगैर मास्क के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। गेट पर थर्मल स्कैनिंग भी की जाएगी। यहीं नहीं विभागों में भी थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था होगी। कक्षाओं में भी शारीरिक दूरी के मानक का कड़ाई से पालन किया जाएगा। विद्याॢथयों को परिसर में इधर-उधर टहलने की अनुमति नहीं होगी।