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सरकारी एम्बुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने से मरीज की तड़प कर मौत, ड्राइवर-हेल्पर फरार - कासगंज न्यूज़

गाजीपुर न्यूज़ टीम, कासगंज. यूपी के कासगंज जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां एक सरकारी एंबुलेंस से रेफर किए गए युवक की ऑक्सीजन रास्ते में खत्म होने से तड़प-तड़प कर मौत हो गई. युवक को कासगंज के सरकारी अस्पताल से अलीगढ़ के मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था. वहीं, हादसे के बाद एंबुलेंस का ड्राइवर और हेल्पर मौके से फरार हो गए.

बताया जाता है कि जैसे ही एम्बुलेंस ऑक्सीजन सपोर्ट मरीज को कासगंज के सरकारी अस्पताल से निकली. 5 किलोमीटर बाद ही एम्बुलेंस में लगे सिलेंडर की ऑक्सीजन अचानक से खत्म हो गई. ऑक्सीजन खत्म होते ही मरीज की मौके पर ही तड़प-तड़प कर मौत हो गयी. जैसे ही मरीज की मौत हुई, वैसे ही एम्बुलेंस को छोड़कर उसके ड्राइवर और हेल्पर मौके से फरार हो गए.

मरीज की मां शकुंतला देवी ने बताया कि उनके बेटे नंदकिशोर को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, इसलिए उसे 5 अगस्त की दोपहर को कासगंज के जिला अस्पताल में भर्ती कराया था. यहां से उसे बेहतर उपचार के लिए कासगंज के ही एक दूसरे सरकारी अस्पताल अशोक नगर, सीएचसी में भर्ती कराया गया.

हालत में सुधार न होने के चलते अशोक नगर सीएचसी से बेटे नंदकिशोर को सरकारी एम्बुलेंस में ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया. करीब 5 किलोमीटर की दूर आते ही अचानक से एम्बुलेंस में लगे सिलेंडर की ऑक्सीजन खत्म हो गई. ऑक्सीजन खत्म होने से उसकी सांस उखड़ने लगी. एम्बुलेंस के ड्राइवर ने कहा कि एम्बुलेंस में लगे सिलेंडर की ऑक्सीजन खत्म हो गई है. ऑक्सीजन की कमी से उसमें सवार मरीज नंदकिशोर की कुछ ही देर में मौके पर ही मौत हो गई.

मरीज के भाई ने बताया कि जैसे ही उसके भाई की मौत हुई, वैसे ही एम्बुलेंस के ड्राइवर और हेल्पर मौके से फरार हो गए. उसका आरोप है कि सरकारी एम्बुलेंस के ड्राइवर ने उनसे एम्बुलेंस और ऑक्सीजन को लेकर 1200 रुपये भी मांगे थे.

वहीं मामले में कासगंज के सीएमओ डॉ अनिल कुमार ने बताया कि ऑक्सीजन की कमी के चलते जिस मरीज की रास्ते में मौत हुई है, वह  पूर्व से ही टीबी का मरीज था. उसकी हालत बेहद क्रिटिकल थी, इसलिए उसे कासगंज से अलीगढ़ को रेफर किया गया था. जहां तक एम्बुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने का सवाल है, तो वह इस मामले की गंभीरता से जांच पड़ताल करेंगे. वैसे एम्बुलेंस कर्मियों की हड़ताल के बाद नए ड्राइवर की भर्ती हुई है. नए ड्राइवर अभी पूरी तरह से प्रशिक्षित नहीं हैं, इसलिए भी इस तरह की घटना होना संभव है.

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