मुख्तार अंसारी के गुर्गे ने हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए भी लिया था लोन, गिरफ्तारी के साथ कई राज आ रहे सामने
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के आरोपी मुख्तार अंसारी के गुर्गे सैय्यद शकील हैदर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके कई राज खोले हैं। पुलिस ने खुलासा किया कि मुख्तार के करीबी शकील ने फर्जी दस्तावेजों से हेलीकॉप्टर खरीदने के लिये भी लोन स्वीकृत करा लिया था। हालांकि, बाद में उसने हेलीकॉप्टर खरीदा नहीं था। उसने दो कम्पनियां हिन्द इन्फ्रा सिटी प्रालि. और हिन्द कंक्ररीट प्रोडक्ट प्रालि. के नाम पर काफी ऋण लिया।
शकील हैदर ने इसी तरह कई धोखाधड़ी की थी। ईओडब्ल्यू भी उसके खिलाफ 13 करोड़ रुपये की सड़क निर्माण में धोखाधड़ी की जांच कर रही है और उसने गैर जमानती वारन्ट भी लिया था। अब इस मामले में ईओडब्ल्यू भी शकील को रिमाण्ड पर लेगी। उसने वजीरगंज पुलिस से इस सम्बन्ध में सम्पर्क भी किया है।
डीसीपी पश्चिम सोमेन वर्मा के मुताबिक शीशमहल निवासी शकील हैदर बाहुबली मुख्तार अंसारी का करीबी है। वजीरगंज कोतवाली में 31 जुलाई से तीन अगस्त के बीच धोखाधड़ी के चार मुकदमे दर्ज हुए थे। इसके अलावा ठाकुरगंज, वजीरगंज में उसके खिलाफ आठ मुकदमे दर्ज है। उसे ईओडब्ल्यू भी लम्बे समय से तलाश कर रही थी। ईओडब्ल्यू ने शकील की गिरफ्तारी के लिये शीशमहल अपार्टमेंट में दबिश भी दी थी।
एसीपी चौक आईपी सिंह ने बताया कि उसने जेहटा में पांच बीघा जमीन व आवासीय भवनों को बंधक रखकर यूनाईटेड बैंक ऑफ इण्डिया (अब पीएनबी में विलय) से 68 करोड़ 79 लाख रुपये ऋण लिया था। इस ऋण का भुगतान किये बिना बन्धक भूमि को फर्जी तरीके से 75 लोगों को बेच दिया था।
इन पीड़ितों की तहरीर पर जांच के बाद कार्रवाई की गई थी। इसके अलावा भी शकील के खिलाफ कई शिकायतें थानों में दी गई है। इन पर भी जांच की जा रही है। ईओडब्ल्यू के अधिकारियों का कहना है कि शकील की तलाश की जा रही थी। शासन भी ईओडब्ल्यू से लगातार पूछ रहा था कि शकील की गिरफ्तारी के लिये क्या प्रयास किये गये हैं।