जौनपुर जिले में गोमती नदी से मिली धातु की माँ दुर्गा की मूर्ति, प्राचीनता और धातु की वाराणसी में होगी जांच
गाजीपुर न्यूज़ टीम, ऑनलाइन जौनपुर. यूपी के जौनपुर जिले में गोमती नदी में मछली मारते वक्त निकली मां दुर्गा की प्रतिमा को जौनपुर पुलिस ने शनिवार की सुबह सरोजबड़ेवर गांव में पहुंचकर अपने कब्जे में ले लिया। हालांकि, मूर्ति कब्जे के लिए पुलिस को काफी मशक्कत का सामना भी करना पड़ा। केराकत थाने में मूर्ति आने के बाद दूर दराज से लोग दर्शन के लिए पहुंचने लगे।
शुक्रवार की सुबह सहादुर निषाद और उनकी टीम द्वारा मछली मारते समय महादेवा घाट के किला के पास मछुआरों के जाल पीली धातु की मां दुर्गा की दस भुजाओं वाली मूर्ति फंस गयी। मूर्ति देख गांव में हर्ष व्याप्त हो गया। मूर्ति मिलने का समाचार जंगल में आग की तरह चारों तरफ फैल गया। लोगों का कहना था कि यह मूर्ति अष्टधातु की है और काफी पुरानी है। लोग जयकारे लगाते मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा पाठ प्रारंभ कर दिए।
इस बाबत सुबह खबर की जानकारी हुई तो अन्य लोग भी मां दुर्गा के दर्शन के लिए पहुंचने लगे। इसी दौरान कुसरना गांव से सौ की संख्या में पहुंचे युवा मूर्ति मिलने के स्थान को अपने गांव का बताकर अपना अधिकार जताते हुए मूर्ति की मांग करने लगे। तब तक पुलिस मौके पर पहुंच गयी और पुलिस ने भी मूर्ति की मांग की।
शुरू में गांव वालों ने इनकार कर दिया और वहीं पर मंदिर निर्माण कर मूर्ति प्रतिस्थापित करने की बात कहने लगे। दो घंटे की काफी मशक्कत के बाद पुलिस मूर्ति लेने में सफल हो गयी। पुलिस मूर्ति लेकर थाना पहुंची तो पूरा गांव पीछे पीछे चला आया, लेकिन पुलिस ने सबको समझा बुझाकर वापस कर दिया। थाने में मूर्ति आने के बाद दूर दराज से दर्शन के लिए लोग आने लगे।
थाना प्रभारी निरीक्षक त्रिवेणी लाल सेन ने बताया कि पीली धातु की डेढ़ फुट लम्बी और डेढ़ फुट चौड़ी मां दुर्गा की प्रतिमा नदी में मछुआरों के जाल में मछली मारते समय मिली, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मूर्ति को कब्जे में लिया गया है, उच्चाधिकारियों और पुरातत्व विभाग को सूचना दे दी गयी है। मूर्ति अष्टधातु की है अथवा नहीं और कितनी पुरानी है आदि विषयों की जांच के लिए इसे वाराणसी भेजा जाएगा।