धनंजय सिंह के आगे नतमस्तक लखनऊ पुलिस, सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होने के बावजूद नहीं आ रहा पकड़ में
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि अजीत सिंह हत्याकांड में आरोपित माफिया धनंजय सिंह के आगे लखनऊ पुलिस नतमस्तक नजर आ रही है। पूर्व सांसद धनंजय भगौड़ा है और उसपर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है। बावजूद इसके पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई है। खास बात ये है कि धनंजय सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होता रहता है। लखनऊ पुलिस धनंजय पर क्यों मेहरबान है, ये बड़ा सवाल है। छोटे व सामान्य मामलों में तेजी दिखाने वाली पुलिस हाईप्रोफाइल मामले में हत्याकांड की साजिश रचने के आरोपित धनंजय को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है। इससे पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में है।
हाल में हुए जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में धनंजय ने अपनी पत्नी को खड़ा किया था और जीत भी हासिल की। चुनाव में धनंजय सक्रिय रहा, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ना मुनासिब नहीं समझा। पुलिस ने कई बार दिखावे की दबिश भी दी और वापस लौट आई। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसके बाद पुलिस की जमकर किरकिरी हुई थी। गौरतलब है कि जनवरी 2021 में अजीत सिंह की विभूतिखंड में कठौता चौराहे के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में एक लाख के इनामिया गिरधारी का नाम सामने आया था। गिरधारी को दिल्ली पुलिस ने नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया था।
लखनऊ पुलिस उसे रिमांड पर लेकर आई थी। इस दौरान गिरधारी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। छानबीन में पता चला कि एक अन्य शूटर को धनंजय ने शरण दी थी और उसका इलाज भी कराया था। इसके बाद हत्याकांड की साजिश रचने में धनंजय का नाम उजागर हुआ था। बता दें कि इसके पहले जिला पंचायत चुनाव में भी धनंजय सिंह लगातार सक्रिय था। पूर्व सांसद ने अपनी पत्नी को चुनाव भी लड़ाया और खुलेआम प्रचार भी किया। लेकिन, लखनऊ पुलिस को इस बात की भनक तक नहीं लगी।