गाजीपुर जिले में कर्मनाशा नदी भी उफनाई, सड़क तक पहुंच गया बाढ़ का पानी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कई दिनों से मानसूनी बारिश और पहाड़ों पर लगातार बारिश के बाद मैदानी इलाकों में पानी बढ़ने का दौर शुरू हो गया है। बारिश का दौर नदियों में उफान के साथ ही बहुत सी दुश्वारियां ला रहा है। बाढ़ की वजह से खेत खलिहान से लेकर सड़कें तक अब पानी में डूबने लगी हैं।
इसकी वजह से निचले इलाकों में आवागमन भी प्रभावित हो गया है। गाजीपुर जिले में गंगा के अलावा कर्मनाशा नदी में भी काफी जलस्तर बढ़ गया है। इस समय गंगा से अधिक कर्मनाशा का जलस्तर बढ़ गया है। इसकी वजह से खेत जहां पानी में डूब चुके हैं वहीं लोगों का निचले इलाकों में आवागमन प्रभावित हो चुका है।
चंद्रप्रभा बांध से पानी छोड़े जाने से कर्मनाशा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने से दिलदारनगर करमहरी बड़ौरा संपर्क मार्ग सहित खेतों में भर जाने से संकट गहरा गया है। किसानों की धान और अरहर की फसल डूब गई है। जलनिकासी की व्यवस्था न होने से अन्नदाता मुश्किल में हैं। जल्द खेतों का पानी नहीं निकाला गया तो अन्नदाताओं की खून-पसीने की कमाई बर्बाद हो जाएगी। सोमवार की शाम एसडीएम प्रतिभा मिश्रा व तहसीलदार घनश्याम राजस्व टीम के साथ करमहरी गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और किसानों से वार्ता की।
गंगा का जलस्तर बढ़ने के साथ ही चंद्रप्रभा बांध से नदी में पानी छोड़े जाने से कर्मनाशा नदी उफान पर है। इससे कर्मनाशा नदी के तटवर्ती गांव के ग्रामीण सहम गए है। यूपी बिहार को जोड़ने दिलदारनगर- करमहरी मार्ग पर कर्मनाशा नदी का पानी फैल जाने से आवागमन में भारी परेशानी हो रही है।
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साथ ही नदी के पानी से खेत जलमग्न होने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ झलक रही है। इससे कर्मनाशा नदी के तटवर्ती गांव के ग्रामीण सहम गए है। इस बारे में पूछे जाने पर तहसीलदार घनश्याम ने बताया कि सभी बाढ़ चौकियों को एक्टिवेट कर दिया गया है। कर्मनाशा नदी में 17 बाढ़ चौकी व गंगा नदी में 50 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं।