काबुल में फंसे गाजीपुर जिले के कन्हैया लौटे घर, गांव में खुशी का माहौल - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. अफगान संकट का दौर वैश्विक स्तर पर लोगों को प्रभावित कर रहा है। भारतीय कामगार भी अफगानिस्तान के निर्माण में अपना योगदान देने काबुल गए तो वहां तालिबान के असर के बाद अब वापस लौटना मानो चुनौती हो गई है। काबुल एयरपोर्ट पर सेना की सख्ती है तो बाहर तालिबानी आतंकी आतंक परोस रहे हैं। जेहादी मानसिकता से लबरेज तालिबान भले की लोगों को परेशान न करने का दावा कर रहे हों लेकिन वहां से लौटने वाले भारतीयों की जुबानी हालात वाकई विचलित करने वाले हैं।
इसी कड़ी में पूर्वांचल के चंदौली, जौनपुर और गाजीपुर में तीन नागरिक काबुल से लौट कर घर आए तो वहीं के हालात के बारे में अपनी चिंता जाहिर की। गाजीपुर में अफगानिस्तान के काबुल में फंसे कासिमाबाद कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पंचायत जयरामपुर भगवल के मौजा मुबारकपुर सागापाली के कन्हैया शर्मा सोमवार की देर शाम अपने घर पहुंच गए। उनके घर पहुंचते ही परिवार में खुशी का माहौल छा गया।
परिजनों ने कन्हैया शर्मा को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। रविवार की दोपहर भारत सरकार का विशेष विमान अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को लेकर काबुल से दिल्ली पहुंचा था। वहां से कन्हैया ट्रेन से वाराणसी, फिर घर पहुंच गए। कन्हैया के घर पहुंचते ही पूरे परिवार ने राहत की सांस ली, सभी खुश थे।
कन्हैयालाल शर्मा काबुल में फिटर की नौकरी के लिए जुलाई महीने में ही काबुल गए थे और अफगानिस्तान में आए संकट में फंस गए। उनके भारत वापस लौटने को लेकर स्वजन परेशान थे। उनकी विधवा मां उषा देवी और परिजन मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कन्हैया को भारत लाने का निवेदन कर रहे थे।
उपजिलाधिकारी भारत भार्गव व नायब तहसीलदार राकेश कनौजिया कन्हैया के घर पहुंचकर परिजनों सांत्वना दी थी। उपजिलाधिकारी ने कन्हैया शर्मा से वीडियो काल के माध्यम से बात की व हाल जाना था। जागरण को कन्हैया ने बताया कि अभी भी दर्जनों भारतीय वहां फंसे हुए हैं। ये भी पढ़े: सोने चांदी का भाव आज का: सोने के भाव में आई तेजी, चांदी की कीमत भी चढ़ी; जानिए आज के ताजा रेट