कब होगी यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षा? यहाँ जाने UP Board ने जारी किया शैक्षणिक सत्र 2021-22 का कैलेंडर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. कब होगी यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षा: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने माध्यमिक विद्यालयों के शैक्षणिक सत्र 2021-22 के एकेडमिक कैलेंडर का निर्धारण कर दिया है। इसके तहत कक्षा नौ से 12 तक की सभी कक्षाओं में ऑनलाइन व ऑफलाइन शिक्षण कार्य 15 जनवरी, 2022 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। प्री-बोर्ड की लिखित परीक्षा और कक्षा नौ व 11 की वार्षिक गृह परीक्षा फरवरी 2022 के प्रथम सप्ताह में होगी। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा मार्च के चौथे सप्ताह में होगी।
निदेशक विनय कुमार पाण्डेय के निर्देश पर यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने प्रदेश के सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी), मंडलीय उप शिक्षा निदेशक, जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) को लिखे पत्र में बताया है कि ऑनलाइन शिक्षण कार्य 20 मई से चल रहा है। अब 16 अगस्त से विद्यार्थियों की भौतिक उपस्थिति में कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं।
यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने कहा है कि नवंबर के द्वितीय सप्ताह में अर्द्धवार्षिक परीक्षा की प्रयोगात्मक परीक्षाएं कराई जाएंगी। 15 नवंबर तक पढ़ाने के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम के आधार पर अर्द्धवार्षिक परीक्षा नवंबर के तीसरे सप्ताह में कराई जाएगी और इसके प्राप्तांकों को परिषद की वेबसाइट पर दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक अपलोड करना होगा। ये भी पढ़े: उत्तर प्रदेश कैबिनेट का फैसला, अब निजी विश्वविद्यालय अनावश्यक नियंत्रण से होंगे मुक्त
यूपी बोर्ड के सचिव ने कहा है कि 15 जनवरी, 2022 तक सभी कक्षाओं में शिक्षण कार्य पूरा कर 24 से 31 जनवरी के बीच प्री-बोर्ड की परीक्षाएं पूरी कराई जाएं। फरवरी के प्रथम सप्ताह में प्री-बोर्ड और वार्षिक गृह परीक्षा कराकर इसके प्राप्तांकों को फरवरी के तीसरे सप्ताह तक माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करने का समय तय किया गया है।
यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं फरवरी के चौथे सप्ताह में होंगी। मार्च के चौथे सप्ताह से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाएं शुरू होंगी। अप्रैल, 2022 से अगला शैक्षिक सत्र प्रारंभ होगा। यह तिथियां केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी के संबंध में जारी होने वाले निर्देशों के अधीन होंगी। कोविड के दृष्टिगत पठन-पाठन के समय का निर्धारण करने के संबंध में सक्षम स्तर से आदेश दिए जा सकते हैं। ये भी पढ़े: उत्तर प्रदेश में एक बच्चे वाले सीमित परिवार को मिलेंगी अतिरिक्त ये सुविधाएं, यहाँ जाने