भगवान श्री कृष्ण को प्रिय हैं ये राशियां, देखें क्या आप भी हैं इस लिस्ट में शामिल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. ज्योतिषशास्त्र में 12 राशियों का वर्णन है। इन 12 राशियों के आधार पर व्यक्ति के भविष्य और स्वभाव की जानकारी प्राप्त हो जाती है। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार इन 12 राशियों में से कुछ राशियों पर भगवान श्री कृष्ण की विशेष कृपा रहती है।
भगवान श्री कृष्ण विष्णु भगवान के आठवें अवतार हैं। भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। हर साल भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाय जाता है। इस दिन को बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है। इस साल 30 अगस्त को भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। आइए, जानते हैं किन राशियों पर रहती है भगवान श्री कृष्ण की विशेष कृपा...
वृष राशि
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार भगवान कृष्ण को वृष राशि प्रिय होती है।
इस राशि के लोगों पर भगवान कृष्ण की विशेष कृपा रहती है।
भगवान कृष्ण की कृपा से इन लोगों को कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
वृष राशि के जातकों को नित्य भगवान श्री कृष्ण का सुमिरन करते रहना चाहिए।
कर्क राशि
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार कर्क राशि के जातकों पर भगवान कृष्ण मेहरबान रहते हैं।
इन लोगों को हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जिन लोगों पर भगवान कृष्ण की कृपा होती है उन्हें मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
कर्क राशि के जातकों को नित्य भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी का सुमिरन करना चाहिए।
सिंह राशि
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार सिंह राशि पर भी भगवान श्री कृष्ण की विशेष कृपा रहती है।
इस राशि के लोग काफी मेहनती स्वभाव के भी होते हैं।
भगवान कृष्ण की कृपा से इन लोगों को मेहनत का फल जरूर मिलता है।
सिंह राशि के जातकों को भगवान कृष्ण का ध्यान करते रहना चाहिए।
तुला राशि
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार तुला राशि के जातकों पर भगवान कृष्ण की विशेष कृपा रहती है।
भगवान कृष्ण की कृपा से इनको जीवन में सभी तरह के सुख प्राप्त होते हैं।
भगवान कृष्ण की कृपा से तुला राशि के जातकों को मान- सम्मान मिलता है।
तुला राशि के जातकों को सदैव भगवान श्री कृष्ण का गुणगान करते रहना चाहिए।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)