शताब्दी, जनशताब्दी समेत 27 ट्रेनें रद, 11 के मार्ग में बदलाव - Indian Railway News
गाजीपुर न्यूज़ टीम,नई दिल्ली. गन्ने का समर्थन मूल्य को लेकर पंजाब सरकार के साथ किसानों का बातचीत बेनतीजा रहने से रेल यात्रियों की समस्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। पिछले शुक्रवार से पंजाब व जम्मू जाने वाली अधिकांश ट्रेनें रद हैं। कुछ ट्रेनों के मार्ग में बदलाव करके चलाया जा रहा है। सोमवार को 48 ट्रेनें रद रहीं। मंगलवार को भी 27 ट्रेनें रद करने की घोषणा कर दी गई है। 11 ट्रेनों के मार्ग में बदलाव करने और 11 ट्रेनों को गंतव्य से पहले समाप्त करने का फैसला किया गया है।
पिछले शुक्रवार से किसान पंजाब में जालंधर व फगवाड़ा के बीच रेलवे ट्रैक पर धरना दे रहे हैं जिससे ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो गई है। उम्मीद थी कि पंजाब सरकार के साथ बातचीत के बाद कोई नतीजा निकलेगा और ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। लेकिन, वार्ता विफल रहने से रेलवे अधिकारियों के साथ ही यात्रियों की चिंता बढ़ गई है।
बढ़ी यात्रियों की परेशानी
यात्रियों को ज्यादा परेशानी इस कारण हो रही है कि अगले दिन रद रहने वाली ट्रेनों की घोषणा शाम के समय की जाती है। इस स्थिति में यात्री सफर के लिए कोई और विकल्प भी नहीं तलाश कर पाता है। इस बारे में रेलवे अधिकारियों का कहना है कि हालात पर नजर रखी जा रही है। ट्रैक खाली होने की उम्मीद में ट्रेनों को रद करने की घोषणा में देरी हो रही है। यात्रियों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता है इसलिए ट्रैक पूरी तरह से खाली होने के बाद ही ट्रेनों की आवाजाही शुरू होगी।
मंगलवार को रद रहने वाली प्रमुख ट्रेनें
नई दिल्ली से अमृतसर के बीच चलने वाली दोनों शताब्दी, अमृतसर-हरिद्वार जनशताब्दी, जम्मूतवी-सराय रोहिल्ला एक्सप्रेस, शान-ए-पंजाब, पुरानी दिल्ली-पठानकोट एक्सप्रेस, नई दिल्ली-अमृतसर एक्सप्रेस।