टोक्यो से काशी पहुंचे हॉकी विजेता ललित उपाध्याय ने अपना मेडल बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ को समर्पित किया
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. टोक्यो ओलिंपिक में हॉकी में कांस्य पदक विजेता टीम के खिलाड़ी ललित उपाध्याय टोक्यो से वाराणसी पहुंचने के बाद सबसे पहले श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार पहुंचे और दर्शन पूजन कर बाबा का आभार जताया। भारतीय हॉकी खिलाड़ी ललित बाबा दरबार पहुंचे तो उनका बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार प्रशासन ने स्वागत भी किया। बाबा के आशीर्वाद से ही 40 वर्ष बाद मिला मेडल उन्होंने बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ को समर्पित किया।
भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी व काशी के लाल ललित उपाध्याय ने टोक्यो ओलिंपिक में हॉकी में अपने देश भारत का मान बढ़ाया। उनको कांस्य पदक मिलने के बाद प्रधानमंत्री तक ने उनको बधाई दी थी। काशी आगमन को लेकर पहले से से ही बाबतपुर पर अपने तिंरगे झंडे के साथ बाबतपुर हवाई अड्डे खड़े थे वहां स्वागत के बाद सीधे बाबा दरबार ज्ञानवापी पहुचे वहां प्रशंसकों की भारी भीड़ पहले से मौजूद थी।
हर हर महादेव के उद्घोष के साथ माला पहनाकर कर लोगों ने उनका स्वागत किया। मंदिर पहुंचे तो पहले शिखर देख नमन किया। मन्दिर अर्चक ने सविधि दर्शन पूजन कराया। दर्शन के बाद रक्षा बंधवाया और बन रहे विश्वनाथ धाम को भी दूर से ही देख नमन किया। वापसी में ज्ञानवापी पर ललित उपाध्याय ने कहा कि आज बाबा की कृपा है कोई इनसे अछूता नहीं है। आज हूं तो उन्हीं के आशीर्वाद से। आज जो 40 साल का सूखा दूर हुआ है भारत का वह भी बाबा विश्वनाथ की ही देन है।
बताया कि मैं खेल कर देश का और भी मान बढ़ाऊंगा, केवल क्रिकेट ही एकमात्र खेल नहीं है। सभी खेल हैं और हॉकी को आगे बढ़ाना है, आप सब का प्यार है जो आज मिला है। मैं, प्रधानमंत्री जी को भी धन्यवाद बोलता हूं जिन्होंने काशी के विकास के साथ हॉकी खेल को आगे बढ़ाया और हॉकी प्लेयर के नाम से पुरस्कार नाम रखा है। काशी आने पर सबसे पहले बाबा दर्शन ही करना था उसके बाद घर जाऊंगा।