बलिया की युवती के आत्मदाह की घटना से एक बार फिर चर्चा में फिर आ गए घोसी के सांसद अतुल राय
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी/मऊ. वाराणसी के यूपी कालेज के जिस पूर्व छात्रा के दुष्कर्म के लगाए आरोपों के चलते ऐतिहासिक मतों से घोसी का सांसद निर्वाचित होने से पहले ही सांसद अतुल कुमार सिंह ऊर्फ अतुल राय को जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ा।
उसी युवती के सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के बाहर किए गए आत्मदाह के प्रयास ने एक बार फिर से घोसी लोकसभा क्षेत्र की जनता काे आवाक कर दिया है। घोसी की जनता इस बात से स्तब्ध है कि आखिर किस चक्रव्यूह में फंसे हैं उनके सांसद कि झंझावातों से उनका पीछा छूटने का नाम नहीं ले रहा है। सांसद पर लगे आरोपों के सच और झूठ के बीच जन-जन की जुबान पर चर्चाएं फंसी हुई हैं।
सोमवार की शाम सुप्रीम कोर्ट के बाहर यूपी कालेज की पूर्व छात्रा एवं उसके एक साथी सत्यम के ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर खुद को आग के हवाले करने की घटना ने जिले भर के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। आलम यह है कि प्रकरण पर खुलकर तो कोई कुछ नहीं बोल रहा है लेकिन जितने मुंह उतनी बातें की तर्ज पर चर्चा पर चर्चा हो रही है। गौरतलब है कि सांसद अतुल पर दुष्कर्म के आरोप तब लगे जब वे घोसी लोकसभा सीट से सपा-बसपा महागठबंधन के तहत बसपा के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे।
लिहाजा अधिकांश लोगों ने आरोप को अतुल राय को चुनाव हराने की एक सोची-समझी रणनीति और षड़यंत्र का हिस्सा माना। मतदान से कुछ ही दिन पहले वे जेल तो चले गए लेकिन घोसी में ऐतिहासिक मतों के अंतर से चुनाव जीत कर वे सांसद भी बन गए।
चूंकि युवती के आत्मदाह का मामला बेहद संवेदनशील और गंभीर है, इसलिए पुराने और नए प्रकरण को जोड़ते हुए चर्चाएं हर चौराहे और सियासी चौपाल पर गर्म हो गई हैं। इस संबंध में सांसद प्रतिनिधि गोपाल राय से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि सांसद पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। घटना की जानकारी हुई है, लेकिन युवती ने ऐसा कदम क्यों उठाया है यह समझ से परे है।