सिबगतुल्लाह अंसारी और मन्नू अंसारी के सपा में आने से ओमप्रकाश सिंह की साइकिल ने पकड़ी रफ्तार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में अंसारी परिवार के साइकिल पर सवार होने के खबर से जिले के सबसे बड़े मुस्लिम बाहुल्य कमसार क्षेत्र में खुशी की लहर है।
इस खुशी से सबसे ज्यादा पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह का खेमा उत्साहित है। पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह जमानियां विधानसभा से लगभग पांच बार विधायक रह चुके हैं जिसमे से दो बार कैबिनेट मंत्री बने। अभी तक केवल दो बार ही बसपा के पशुपत राय और भाजपा के सुनीता सिंह से पराजित हुए हैं।
2017 में हुई पराजय को लेकर पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए बहुत ही सतर्क और संवेदनशील हैं। कोरोना काल में लगातार गरीब और जरुरतमंदों के बीच बने रहे और उनकी मदद करते रहे। 2017 में चुनाव हारने के बावजूद क्षेत्र में ओमप्रकाश सिंह ने लोगों से रिश्ता नही तोड़ा और उनके सुख-दुख में हमेशा शामिल होते रहे। नाराज लोगों को मनाकर अपने पात में बिठाने का हर संभव प्रयास किया।
सबसे बड़ा राजनीतिक दांव कुशवाहा समाज के मनीषा कुशवाहा को जमानियां ब्लाक प्रमुख बनाकर अति पिछड़ों में लंबी सेंध लगायी है। वहीं मनीषा कुशवाहा के प्रतिनिधि संतोष कुशवाहा ने पूर्वांचल न्यूज डाट काम को बताया कि इस बार कुशवाहा समाज मंत्री जी का ऐहसान सूद समेत वापस करेगा और उनके पक्ष में लामबंद होकर मतदान करेगा।
सोने पर सुहागा चढ़ गया और इसी बीच अंसारी परिवार के पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी और युवा नेता मन्नू अंसारी अखिलेश यादव के समक्ष पार्टी ज्वाइन कर लिए जिससे सबसे ज्यादा मुसलमान आबादी वाले विधानसभा में समाजवादी पार्टी के लिए नई ऊर्जा मिल गयी। रणनीतिकारों के अनुसार यादव, अति बैकवर्ड, सवर्ण और मुसलमान मिलकर साइकिल को विधानसभा पहुंचाने में कामयाब हो सकते हैं।