गाजीपुर के जिलाधिकारी का एक्शन: जिले के सभी अधिकारियों की छुट्टी रद, डीएम खुद कर रहे मानीटरिग
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में गंगा नदी के जलस्तर में धीमी गति से ही सही घटाव से जनपद में बाढ़ का मडरा रहा खतरा फिलहाल टलता नजर आ रहा है। हालांकि गाजीपुर जिला प्रशासन इसे लेकर पूरी तरह मुस्तैद है। जिले के सभी अधिकारियों की छुट्टी कैंसिल कर दी गई है तो इस काम में लेखपाल से लेकर ग्राम प्रधानों व सचिवों तक को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कई दिनों से गंगा नदी खतरे की निशान की ओर अग्रसर थीं तो कर्मनाशा उफनाई रहीं। ऐसे में जिला प्रशासन के माथे पर बल पड़ा। डीएम एमपी सिंह ने इसके मानीटरिग की कमान अपने हाथ मे लेते हुए पूरी तैयारी कर रखी है। अधिकारियों की छुट्टी कैंसिल करने के साथ निचले स्तर के लोगों को भी लगा दिया है।
गाजीपुर जिले में 240 रेड जोन घोषित किए गए हैं तो इन स्थानों आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी एवं अन्य संबंधित अधिकारियों की तैनाती होगी। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में खाने-पीने, दवा, पशुओं के चारा-पानी आदि की व्यवस्था कराने को लेकर भी तैयारी शुरू है। जिलाधिकारी ने कहा है कि कहीं कोई दिक्कत नहीं आने पाएगी।
कटान प्रभावित और निचले इलाकों पर खास नजर है। उन्होंने अधिकारियों को पल-पल की रिपोर्ट देने को कहा है। मनोवेग से लगे रहें सभी लोग आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी व लेखपालों को जिम्मेदारी देने के साथ ही डीएम ने ग्राम प्रधानों का भी आह्लान किया है कि वह इस काम में पूरे मनोवेग से लगें।
जिला प्रशासन के मुताबिक उसकी बाढ़ से निबटने की तैयारी मुकम्मल है। संशाधनों की कोई कमी नहीं है। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद ने कहा है कि जहां जिस तरह की जरूरत हो उसे बेहिचक बताएं। वह बराबर अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।