गाजीपुर जिले में गंगा उफान पर, जलस्तर रिकार्ड तोड़ने को बेताब, बाढ़ में डूबे दर्जनों गांव - Ghazipur Mein Ganga Ka Jal Star Kitna Hai
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. Ghazipur Mein Ganga Ka Jal Star Kitna Hai: गाजीपुर जिले में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। यह वर्ष 2019 के 64.530 के रिकार्ड तोड़ने को बेताब है। बुधवार को गंगा का जलस्तर दो घंटे प्रति सेमी के हिसाब से बढ़ रहा है। दोपहर दो बजे तक गंगा का जलस्तर 64.430 मीटर रिकार्ड किया गया। नगर के नवापूरा स्थित शिर्डी बाबा के मंदिर में पानी घुस चुका है। वहीं ददरीघाट, पोस्ताघाट के मंदिर में पानी घुस चुका है। डीएम आवास परिसर के खेतों में भी पानी आ चुका है। जलस्तर थोड़ा और बढ़ा तो डीएम आवास में पानी आ जाएगा। उधर, रेवतीपुर क्षेत्र के दर्जनों गांव में पानी घुस चुका है।
गाजीपुर में आज गंगा का जलस्तर दो घंटे प्रति सेमी के हिसाब से बढ़ रहा है।
गंगा का पानी बढ़ने से ग्रामीणों के साथ-साथ नगरवासियों की भी मुश्किलें बढ़ती जा रही है। शास्त्रीनगर स्थित डीएम आवास के पास पुलिया में पड़ी दरार अब और बढ़ने लगी है। हालांकि सुरक्षा के हिसाब से दक्षिण एवं उत्तर साइड से बैरिकेडिग कर दरार वाले हिस्से से आवागमन रोक दिया गया है लेकिन बीच से लोगों का आवागमन जारी है जिससे कभी भी खतरा हो सकता है। नवापूरा के शिरडी वाले साई बाबा मंदिर में काफी हद तक पानी घुस चुका है। ये भी पढ़े: उत्तर प्रदेश में 53 हजार पदों आंगनबाड़ी की भर्ती प्रक्रिया 15 सितंबर तक पूरी करने के निर्देश
बाढ़ में डूबे दर्जनों गांव
गाजीपुर के रेवतीपुर क्षेत्र के रेवतीपुर, हसनपुरा, नगदिलपुर, पीरऊपुर, नसीरपुर, अठहठा, रामपुर, कल्याणपुर, टौंगा, नरयनापुर एवं तिलवां सहित दर्जनों गांव में पानी घुस चुका है। उनकी झोपिड़ियां पानी में डूब चुकी हैं। लोगों को आवागमन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मुहम्मदाबाद में बाढ़ का पानी सेमरा गांव को चारों तरफ से घेर लिया है। गांव के प्राथमिक विद्यालय के बगल व सामने विस्थापित परिवारों की बस्ती को डूबो दिया है। वहीं अंबेडकर बस्ती में पानी घुस जाने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी है। ये भी पढ़े: उत्तर प्रदेश के हर गांव में अब आधार और राशन कार्ड समेत 27 सुविधाएं अब बिल्कुल मुफ्त मिलेंगी
सेमरा गांव जाने वाली मुख्य सड़क पर साधु की कुटी के आगे काफी तेज बहाव होने से लोग जोखिम लेकर आवागमन कर रहे हैं। बाढ़ का पानी महादेवा मंदिर के पीछे व गोलाघाट तक पहुंच गया है। शेरपुर गांव करीब-करीब चारों ओर पानी से घिर गया है। सिवान में पानी फैलने से सब्जी की खेती का बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है। सीएचसी अधीक्षक डा.आशीष राय के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम सेमरा में शिविर लगाकर लोगों को दवा वितरित की व उन्हें विभिन्न तरह की सावधानी बरतने का निर्देश दिया। ये भी पढ़े: भांवरकोल में गंगा का रौद्र रूप, शेरपुर गांव में 70 बीघा खेती योग्य भूमि गंगा के बाढ़ में समाहित
केला की खेती बर्बादी के कगार पर
रेवतीपुर में किसानों का हजारों बीघा खेती की उपजाऊ भूमि पानी के भेंट चढ़ गया है । केला की फसल बर्बाद होने की कगार पर है। वहीं कोहड़ा, भतुआ, परवल, धान, बाजरा, मिर्च, टमाटर, बैंगन सभी पानी की भेंट चढ़ गया। किसानों को बहुत ही नुकसान हुआ है । इससे किसानों की कमर टूट गई है।
800 लंच पैकेट का किया वितरण
रेवतीपुर में क्षेत्रीय जिला पंचायत प्रतिनिधि व बक्सु बाबा एकेडमी नगदिलपुर के प्रबंधक विनोद गुप्ता क्षेत्र के बाढ़ पीडित गांव बीरउपुर, नसीरपुर बिद बस्ती में सैकड़ों लोगों को लंच पैकेट दिए। उन्होंने कहा कि किसी को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। लंच पैकेट वितरण के दौरान पंकज कुमार, खेसारी यादव, नीतीश कुमार, राहुल कुमार आदि थे। ये भी पढ़े: मोनालिसा के साथ 11 साल की उम्र में हुआ था सेक्सुअल अब्यूज, बताई कहानी
कटान से झोपड़ी व पेड़ गंगा में समाहित
मुहम्मदाबाद में गंगा का जलस्तर बढ़ने से अधिकतर जगहों पर किनारों के ऊपर से पानी बह रहा है। कटान के चलते परिया 53 किनारे स्थित शिवमंदिर गंगा की धारा में विलीन हो गया। वहीं परिया सत्तर से लेकर शेरपुर घाट के बीच कटान से कई झोपड़ी व बड़े-बड़े पेड़ धारा में समाहित हो गए हैं। ये भी पढ़े: गाजीपुर में वैक्सीन के अभाव में कोरोना टीकाकरण धीमा, 16 केंद्रों पर 3658 लोगों को लगा टीका