गाजीपुर में गंगा का जलस्तर 64.680 मीटर पर स्थिर, पानी की रफ्तार हुई तेज
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में गंगा का जलस्तर गंगा में आयी बाढ़ के चलते जहां शहर के कई इलाकों में पानी प्रवेश कर गया है, तो वहीं ग्रामीण क्षेत्र भी बाढ़ से काफी प्रभावित हैं। कहीं संपर्क मार्ग डूब गया है, तो कहीं घरों में पानी प्रवेश कर गया है। इसके चलते कई तटवर्ती लोग अपना आशियाना छोड़ पलायित हो गये हैं।
बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों ने सड़क व पुल समेत विद्यालयों को पर अपना डेरा बना रखा है। पशुओं के लिए सुरक्षित मैदानी इलाकों में बसेरा बनाया गया है। बाढ़ के चलते पशुओं के चारे तक का संकट बना हुआ है। पानी का बढ़ाव जहां रात में जारी था, तो वहीं दूसरे दिन सुबह से पानी का बढ़ाव थमा हुआ है।
इस संबंध में केन्द्रीय जल आयोग के कर्मचारी हसनैन ने बताया कि सुबह 8:00 बजे से 64 680 मीटर पर गाजीपुर में गंगा का जलस्तर थमा हुआ है। गाजीपुर में गंगा का जलस्तर अभी घट तो नहीं रहा है, लेकिन अब बढ़ने की भी उम्मीद नहीं है। क्योंकि कानपुर, प्रयागराज आदि जगहों पर गंगा का जल स्तर कम हो रहा है। इसलिए यहां भी अब जल का स्तर कम हो सकता है, हालांकि, दोपहर तीन बजे तक भी पानी में स्थिरता बनी थी।
इधर कर्मनाशा का पानी बढ़ने से संबंधित तटवर्ती गांवों में हाहाकार मचा हुआ है। पानी तेजी से गांव में प्रवेश करने लगा है। ग्रामीण किसी तरह घर छोड़ सुरक्षित स्थानों की ओर पलायित हो रहे हैं। कभी गंगा तो कभी कर्मनाशा के बाढ़ का कहर बना हुआ है। इससे तटवर्तियों में काफी भय बना हुआ है।
बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का मुख्यमंत्री ने किया हवाई सर्वेक्षण, पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री
वाराणसी में बाढ़ से उपजे हालात का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गाजीपुर के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे। उन्होंने गाजीपुर में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इससे पहले एशिया के सबसे बड़े गांव गाजीपुर जिले के गहमर में प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ नाथ ने बाढ़ प्रभावित 182 परिवारों में राहत सामग्री का वितरण किया।
गहमर इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात के दौरान ही बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री भी मुख्यमंत्री ने वितरित की। इस दौरान सीएम योगी ने सभा में बाढ़ पीड़ितों के हित के लिए किए जा रहे सरकार के प्रयासों से अवगत कराते हुए तैयारियों के बारे में भी जानकारी दी। बाढ़ पीड़ितों को भरोसा दिलाया कि सरकार के सभी प्रयास बाढ़ पीड़ितों के लिए किए जा रहे हैं।
राशन वितरण और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने करीब छह मिनट तक संवाद किया। कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा से छोड़े गए अतिरिक्त पानी की वजह से प्रदेश में बाढ़ आई है। जिसकी वजह से यूपी के 24 जिलों में 620 गांव प्रभावित हैं। प्रदेश सरकार द्वारा बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद की जा रही है।
जिला प्रशासन को राहत सामग्री वितरित करने के निर्देश दिए गए है। जहा संभावित कटान की आशंका है वहां धन की कोई कमी नहीं की जाएगी। जनप्रतिनिधियों एवं पुलिस विभाग को निर्देश दिया गया है कि वे बाढ़ पीड़ितों के बीच जाकर बिना भेदभाव के उनके समस्याओं का गंभीरतापूर्वक निस्तारण करें।
गहमर इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित चार तहसील सेवराई 150, सदर 10, मुहम्मदाबाद 5 और जमानिया 17 पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम के बाद सीएम योगी ने जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ बैठक भी की।