हे प्रभु! खेतों में चल रही नाव, घरों में घुस गया पानी, हो रही सिर्फ हानि और परेशानी - गाजीपुर बाढ़ न्यूज़
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में गंगा में आयी बाढ़ की वजह से खेतों में नाव चल रही और घरों में पानी घुस रहा है। प्रभावित सभी 29 गांवों में निश्शुल्क नावें जिला प्रशासन की ओर से लगाई गई हैं। दर्जन भर गांवों की बत्ती गुल है। उन्हें केरोसिन की जगह मोमबत्ती दी जा रही है।
करंडा में गंगा में लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण धरम्मरपुर-जमानियां पक्का पुल को जोड़ने वाली सड़क के ऊपर लगभग 400 मीटर तक तीन फुट ऊंचाई के साथ बाढ़ के पानी का बहाव हो रहा है इस वजह से आवागमन बन्द हो गया है। मेदनीपुर से करंडा को जोड़ने वाली तीन किमी सड़क पर लगभग 500 मीटर तक ढाई फुट के आस-पास पानी भरा हुआ है जिससे आवागमन पूरी तरह से बंद है।
नाव से कर रहे आवागमन
मुहम्मदाबाद में बाढ़ का पानी एनएच 31 के दक्षिण महादेवा मोड़ तक फसलों को पूरी तरह से डुबो दिया है। मुहम्मदाबाद से बच्छलपुर तक जाने वाली सड़क पर पानी भर जाने से लोग नाव से आवागमन कर रहे हैं। शाहनिन्दा से सेमरा जाने वाली मुख्य सड़क पर बसाउकापुरा गांव से पहले सड़क पर तेज धार बहने से लोग जोखिम लेकर आवागमन करते रहे। बाढ़ का पानी शेरपुर खुर्द स्थित जल निगम पानी टंकी में पानी भर जाने से आपूर्ति ठप हो गयी है। वहीं टंकी के बगल की सड़क टूट जाने से उस रास्ते से आवागमन जोखिम भरा हो गया है। बाढ़ के चलते इलाके में हजारों बीघा फसल डूब गयी है। सब्जी की फसल का काफी नुकसान हुआ है। ये भी पढ़े: गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर १०० फीट ऊंचे खंभे पर लहराएगा गाजीपुर जिले का सबसे ऊंचा तिरंगा
गलियां डूबीं, भूसा वितरित
गाजीपुर के रेवतीपुर में रेवतीपुर सहित हसनपुरा, नसीरपुर, वीरऊपुर, नगदिलपुर, रामपुर, कल्याणपुर, नरयनापुर, तिलवां, गोपालपुर, पकड़ी, टौगा, डेढगांवा, उधरनपुर के किसान परेशान हैं। धान, बाजरा, ज्वार, केला, मिर्च, टमाटर, परवल, कोहडी, भतुआ कि खेती किसान किये थे जिससे उनको अच्छी खासी आमदनी हो जाती है, लेकिन इस समय इसमें नाव चल रही है। गांव की गलियां-मुख्यमार्ग सब डूब चुका है। सभी गांवों के आसपास नावों का संचालन हो रहा है । नेहरू विद्यापीठ इंटर कालेज के ग्राउंड में बाढ़ पीड़ित व विस्थापित 65 पशुपालकों को 400 पशुओं के लिए 30 क्विटल भूसा वितरित किया गया । रेवतीपुर पूर्व ब्लाक प्रमुख मुकेश राय एवं पशु मुख्य चिकित्साधिकारी शिवकुमार रावत के द्वारा पशुपालकों को भूसा आवंटित किया गया।
भांवरकोल : सियाड़ी के अनुसूचित बस्ती में पानी घुस रहा है। गांव के किसान, नौजवान, मजदूर, बुजुर्ग और महिलाएं सभी लोग प्रशासन के राहत कार्य की वाट जोह रहे हैं।
बड़ेसर घाट पर हो रहा शवों का अंतिम संस्कार जमानियां : गंगा के बाढ़ का पानी बलुवा घाट के हनुमान मंदिर पर चढ़ जाने से नगर वासी भयभीत है। पानी से सीढ़ी व घाट डूब जाने से शवों का अंतिम संस्कार बड़ेसर घाट पर हो रहा है। वही बाड़ क्षेत्र से नावों के सहारे लोगों का पलायन भी जारी है। गंगा के जलस्तर में बेतहाशा वृद्धि होने से गंगा का जलस्तर पूरी तरह बढ़ जाने के कारण देवरिया, सब्बलपुर, रघुनाथपुर बाड़, मतसा बाड़, मंझरिया, चितवानपट्टी क्षेत्र के लोग मवेशियों व घर गृहस्थी का सामान लेकर एनएच 24 सड़क के किनारे व बाढ़ चौकियों में पहुंच गए हैं। एसडीएम प्रतिभा मिश्रा व तहसीलदार घनश्याम लगातार बाढ़ क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। ये भी पढ़े: JioFiber को टक्कर देने भारत आ रही Tata की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस - अब आएगा इंटरनेट की दुनिया में आएगा भूचाल!