Ghazipur: चरमराई आठ सीएचसी समेत गाजीपुर जिला महिला अस्पताल की व्यवस्था
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. शासन द्वारा स्थानांतरित किए गए स्वास्थ्य विभाग के लिपिकों के बाद जिला महिला अस्पताल सहित आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह खाली हो गए हैं। ऐसे में यहां का कार्यालयीय कामकाज ठप पड़ा हुआ है। कारण की यहां से तो सभी स्थानांतरित कर्मी कार्यमुक्त कर दिए गए, लेकिन गैर जनपद से गाजीपुर के लिए स्थानांतरित हुए सभी कर्मी अभी तक कार्यभार ग्रहण नहीं किए हैं। इसका असर मरीजों पर भी पड़ रहा है।
गाजीपुर में इस संवर्ग के कुल 82 कर्मी तैनात थे, इसमें से 67 लोगों का गैर जनपद तबादला कर दिया गया। केवल 12 लोग ही रह गए हैं। वहीं अन्य जिलों से यहां अभी तक केवल 18 लोग ही आए हैं जबकि यहां से स्थानांतरित सभी लोग कार्यमुक्त कर दिए गए हैं। इससे जिला महिला अस्पताल और आठ सीएचसी की हालत को एकदम खराब हो गई है। यहां एक भी कर्मी नहीं बचे हैं जो कार्यालय का कामकाज देखें।
इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जमानियां, रेवतीपुर, मनिहारी, देवकली, करंडा, सैदपुर, सादात और बरुइन शामिल है। यही नहीं, जिला अस्पताल के चार में से तीन कर्मियों का स्थानांतरण हो जाने से केवल एक कर्मचारी के भरोसे पूरा जिला अस्पताल और मेडिकल कालेज का काम चल रहा है। कर्मियों की कमी के चलते जरूरी विभागीय कार्य संपादित नहीं हो पा रहे हैं। चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों का वेतन तक समय से नहीं निकल पा रहा है और न ही कोई फाइल आगे बढ़ पा रही है।
ये कर्मी भी नहीं बख्शे गए
अंजू यादव, हेमंत राम व दीपक राय पति-पत्नी दोनों नौकरी में हैं, हेमंत राम की मां दिव्यांग भी हैं, लेकिन स्थानांतरण नहीं रुका। इसी तरह मुहम्मदाबाद में तैनात कमला सिंह यादव दिव्यांग और कैंसर पीड़ित हैं, लेकिन उनका दर्द सुनने वाला कोई नहीं है। सैदपुर में तैनात शिवजी पांडेय और जमानियां में तैनात श्रीकांत पांडेय की नौकरी केवल 11 महीने है, लेकिन उनका भी स्थानांतरण कर दिया गया है।
गाजीपुर जिले से स्थानांतरित सभी कर्मी कार्यमुक्त कर दिए गए हैं। दूसरे जिले से स्थानांतरित होकर आए 18 लोगों ने अभी तक यहां कार्यभार ग्रहण किया है। फिलहाल आधा दर्जन से अधिक सीएचसी में एक भी कर्मी नहीं हैं, जिससे काम प्रभावित हो रहा है। सभी लोगों के आ जाने के बाद व्यवस्था पटरी पर लौट आएगी।- डा. हरगोविद सिंह, सीएमओ।