Ghazipur: विश्व शिशु स्तनपान दिवस के अवसर पर जिला महिला अस्पताल में हुआ गोष्ठी का आयोजन
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. एक से सात अगस्त तक मनाए जा रहे विश्व शिशु स्तनपान दिवस के अवसर पर सोमवार को जिला महिला अस्पताल में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें नवजात बच्चों के लिए मां के दूध के महत्व के बारे में बताया गया। चिकित्सकों ने कहा कि जन्म के एक घंटे के भीतर बच्चों को मां का पहला पीला गाढ़ा दूध पिलाना अनिवार्य है।
कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ने की चर्चा के बीच यह भी जानना जरूरी है कि जो माताएं बच्चे को सही समय पर और सही तरीके से भरपूर स्तनपान कराती हैं, उन्हें बच्चे को लेकर बहुत चिता करने की जरूरत नहीं होती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरगोविद सिंह ने बताया कि शिशु के लिए स्तनपान अमृत के समान होता है। यह शिशु का मौलिक अधिकार भी है।
मां का दूध शिशु के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए बहुत ही जरूरी है। बाल रोग विशेषज्ञ एवं एसीएमओ डा. उमेश कुमार ने बताया कि कोविड उपचाराधीन और संभावित मां को भी सारे प्रोटोकाल का पालन करते हुए स्तनपान कराना जरूरी है। वह स्तनपान से पहले हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लें और नाक व मुंह को मास्क से अच्छी तरह से ढककर ही दूध पिलाएं।
बच्चे को ऐसे में स्तनपान से वंचित करने से उसका पूरा जीवन चक्र प्रभावित हो सकता है। कार्यक्रम में महिला अस्पताल के सीएमएस डा. तारकेश्वर, डीपीएम प्रभुनाथ, डा. केके सिंह, अशोक कुमार अर्बन हेल्थ कोआर्डिनेटर, डा. सरजीत, डा. गुलाब शंकर, डा. मनोज सोनकर, दीपक पांडेय, विरेंद्र सिंह, उमेश रावत व अमित राय के साथ ही आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता थे।