मुख़्तार अंसारी पर चोट करने वाले IPS अफसर एडीजी बृजभूषण शर्मा को CM योगी ने उत्कृष्ट सेवा पदक से नवाजा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी जोन के दस जिलो में पुलिसिंग की बाग़डोर संभालने वाले एडीजी बृजभूषण शर्मा को इस स्वतंत्रता दिवस पर सीएम योगी ने मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पदक से नवाजा है. पदक का एलान होते ही हर कोई सीनियर आईपीएस बृजभूषण शर्मा के बारे में जानना चाहता है. कम ही लोगों को पता होगा कि इस वक़्त मुख़्तार अंसारी के साम्राज्य के लिए चुनौती बने एडीजी बृजभूषण शर्मा ही वो अफ़सर हैं, जिन्होंने वेस्ट यूपी के रुहेलखंड इलाक़े की कटरी में आतंक का पर्याय बने डकैत कल्लू को मुठभेड में मार गिराया था.
इसलिए उनको तब तत्कालीन राष्ट्रपति की ओर से वीरता पदक और बाद में 15 अगस्त 2007 को पुलिस पदक देकर सम्मानित किया गया था. हमेशा अपनी बहादुरी और तेज़ तर्रार पुलिसिंग को लेकर चर्चा में रहने वाले एडीजी बृजभूषण शर्मा को 26 अगस्त 2016 को राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ट सेवा के पुलिस पदक, 26 जनवरी 2018 को डीजीपी द्वारा प्रशंसा चिन्ह सिल्वर, 15 अगस्त 2019 को प्रशंसा चिन्ह गोल्ड और 15 अगस्त 2020 को प्रशंसा चिन्ह प्लेटिनम मिल चुके हैं.
इस बार इस वजह से मिला सम्मान
बताया जा रहा है कि इस बार उन्हें सीएम की ओर से मिले सबसे बड़े सम्मान के पीछे पूर्वांचल में उनके द्वारा बाहुबली विधायक मुख़्तार अंसारी समेत दूसरे माफ़ियाओ पर हुई कार्यवाही बड़ी वजह है. जून 2019 में उन्होंने बतौर वाराणसी जोन ज्वाइन किया. वाराणसी जोन में वाराणसी, गाजीपुर, मऊ, जौनपुर, आजमगढ़ समेत वो जिले शामिल थे, जहां मुख्तार और उसकी टीम की तूती बोलती थी. अब तक मुख्तार अंसारी को पुलिस ने 350 करोड़ की चोट पहुंचाई है. मुख्तार और उसके करीबियों के 166 शस्त्र लाइसेंस या तो पुलिस सस्पेंड कर चुकी है या निरस्त.
हाल ही में एक दिन के भीतर 45 लाइसेंस सस्पेंड करने का नया रिकार्ड भी पूर्वांचल की पुलिस ने बनाया. पिछले दो साल में मुख्तार अंसारी के करीबी 216 लोगों को पुलिस ने गिरफतार किया गया है. जिनमे से करीब 151 पर गैंगस्टर भी लगाया है. यही नहीं, मुख्तार के अलावा मुख्तार के मददगार आठ गैंगों को पंजीकरण किया गया है. कुल मिलाकर आठ गैंगों के 88 सदस्यों पर पुलिस ने कार्यवाही की है। इनमे से तीन एनकाउंटर में मारे गए हैं.