CM योगी आदित्यनाथ ने बांके बिहारी से की कोरोना रूपी राक्षस का अंत करने की प्रार्थना
गाजीपुर न्यूज़ टीम, मथुरा. योगीराज की धरा मथुरा पर गोरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से धर्मरक्षा-राष्ट्ररक्षा का संकल्प लेने पहुंचे। यहां राम लीला मैदान में आयोजित कृष्णाेत्सव को संबोधन की शुरूआत उन्होंने भारत माता की जय के साथ की। उन्होंने कहा कि वे इस अवसर का तीन वर्षाें से इंतजार कर रहे थे। आज योगमाया के प्रकटीकरण का दिवस भी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर पहली बार बतौर मुख्यमंत्री जन्माष्टमी के अवसर पर जन्मोत्सव कार्यक्रम में भाग लिया। मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर उन्होंने कहा कि मैं वृंदावन बिहारी लाल से प्रार्थना करने आया हूं कि जैसे आपने अनेक राक्षसों का अंत किया था, वैसे ही कोरोना रूपी राक्षस का भी अंत करने की कृपा करें। उन्होंने कहा कि पहले आपके पर्व और त्योहार में बधाई देने के लिए मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायक नहीं आते थे। भाजपा के प्रतिनिधियों को छोड़कर अन्य दलों के लोग दूर भागते थे। हिंदू पर्व और त्योहारों में कोई सहभागी नहीं बनता था। अलग से बंदिशें लगती थीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धरा पर धर्म की स्थापना के लिए कृष्ण का प्राकट्य हुआ था। पहले वर्ष 2019 में आगरा तक आया था। केंद्रीय मंत्री के निधन के कारण मथुरा नहीं आ सका। इस वर्ष कोरोना वायरस नियंत्रण में है। लेकिन सावधानी अपेक्षित है। अब बिहारी लाल से यही कामना है कि कोरोना नामक राक्षस का अंत करें। अनेकों ने अपने प्रियजनों को खाेया है। उन्होंने माना कि महामारी के दौरान सरकारी संसाधन अक्सर कम पड़ते हैं। पीड़ितों के परिवार से संवेदना भी उन्होंने जताइ।
मथुरा की जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लापरवाही न करें तो महामारी बाल भी बांका नहीं कर सकती। कोरोना रूपी अदृश्य शत्रु से लड़ने की राह प्रधानमंत्री ने दिखाइ है। कोरोना गाइड लाइन का पालन करें। ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया। ब्रज भूमि को पांच हजार वर्ष पूर्व का स्वरूप देने का प्रयास हो रहा है। सीएम ने आगे कहा कि ब्रज क्षेत्र के विकास में कोइ कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। सभी जनप्रतिनिधि इस ओर प्रयासरत हैं। सांस्कृतिक विरासत हमारी पहचान है। अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण आरंभ हो गया है। महामहीम राम नाथ कोविंद आजादी के बाद पहले राष्ट्रपति हैं जो अयोध्या दर्शन करने पहुंचे। अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में नया भारत अंगड़ाइ ले रहा है। जो पहले मंदिर जाने में संकोच करते थे अब कह रहे हैं राम हमारे भी हैं कृष्ण हमारे भी हैं। पहले पर्व पर बधाइ देने को कोइ नेता नहीं आता था।
बिहारी जी की कृपा से कुंभ के दौरान कोरोना नहीं आया। हम अपनी आध्यात्मिक संस्कृति को संरक्षित करें। हम यहां के कण कण में वृंदावन बिहारी लाल का दर्शन करते हैं। ब्रजवासी धन्य हैं। उन्हें इस भूमि पर जन्म लेने का सौभाग्य मिला। हमने 2017 में नगर निगम का गठन कराया। तीर्थ स्थल की व्यस्थाओं में जो लोग लगे हैं उन्हें ट्रेनिंग देकर दुग्ध पालन कराएं। व्यवस्थित पुनर्वास कराना है। परिषद प्रशासन यहां की और विकास योजनाएं तैयार करे। कृष्णोत्सव की सभी को बधाइ देते हुए मुख्यमंत्री ने अपना संबोधन समाप्त किया।
भागवत भवन में योगी ने लिया धर्मरक्षा-रक्षा का लिया संकल्प
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर उनके जन्मस्थान पहली बार पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जन्मस्थान परिसर स्थित भागवत भवन में श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से धर्म रक्षा -राष्ट्र रक्षा का संकल्प लिया। मुख्यमंत्री ने यहां गर्भगृह के साथ ही ठाकुर केशव देव महाराज के दर्शन किए। इसके बाद भागवत भवन में युगल सरकार का पूजन किया। हर ओर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से कोई एक संकल्प लिया जाता है। ये संकल्प ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास लेते हैं। लेकिन अस्वस्थता के कारण वह इस बार जन्मोत्सव में शामिल नहीं हो सके। ऐसे में मुख्यमंत्री ने ट्रस्ट की ओर से धर्मरक्षा-राष्ट्ररक्षा का संकल्प लिया। श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि गोरक्ष पीठाधीश्वर के रूप में योगी आदित्यनाथ ने ट्रस्ट की ओर से धर्मरक्षा-राष्ट्ररक्षा का संकल्प लिया।