CM योगी का क्रोध देखकर कांप गए अधिकारी, जमीन कब्जे की शिकायत पर आपे से बाहर हुए सीएम योगी आदित्यनाथ
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर के हिंदू सेवाश्रम में कतारबद्ध् होकर बैठे करीब 100 फरियादी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। इस आस के साथ कि जब वह अपनी समस्या मुख्यमंत्री से सीधे मिलकर कहेंगे तो समाधान निश्चित होगा। मुराद पूरी हुई।
इस बीच जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायतें मिलने से सीएम ने अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। गुरुवार की सुबह की नियमित दिनचर्या के बाद मुख्यमंत्री जनता दर्शन के लिए हिंदू सेवाश्रम पहुंचे और बारी-बारी से लोगों की फरियाद सुननी शुरू की। शुरुआत से ही उनके सामने तरह-तरह से भूमि कब्जा करने की शिकायतें आने लगी। मुख्यमंत्री ऐसा न होने देने के लिए सभी फरियादियों को आश्वस्त करते रहे।
सीएम योगी ने कहा, माफिया को चिन्हित करके कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें
इसी क्रम में महादेव झारखंडी रानीडीहा की एक महिला बिंदू देवी ने उन्हें बताया कि ओमप्रकाश पांडेय नाम के एक एक भू-माफिया ने अपने सहयोगियों और तहसील कर्मचारियों की मिली भगत से उनकी जमीन फर्जी तरीके से बेच दी और उसके बाद जमीन के पैसे भी नहीं दे रहा।
अपनी शिकायत के पक्ष में जैसे ही उसने मुख्यमंत्री के सामने कागजात पेश किए, वह बिफर पड़े। तमतमा कर पास खड़े अधिकारियों से बोले, कहां से आ गए हैं, इतने भू-माफिया। आप लोग कुछ करते क्यों नहीं। ऐसे माफिया को चिन्हित करके कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करिए। ओमप्रकाश पांडेय के खिलाफ जब उन्हें कई मुकदमे के बाद भी कार्रवाई न होने की जानकारी बिंदू देवी ने दी तो उन्होंने कमिश्नर से नाराजगी जताते हुए सवाल किया कि जिसपर इतने मुकदमे हैं, वह बाहर कैसे हैं?
मुख्यमंत्री की गुस्सा देख अधिकारी सकते में आ गए और विश्वास दिलाया कि तत्काल कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बारी-बारी से सभी फरियादियों की समस्या सुनीं और समाधान का आश्वासन दिया। जनता दर्शन से उनके जाने के बाद बाकी फरियादियों का समस्या पत्र अधिकारियों ने लिया।
आरोपियों के प्रभाव में लगा दी फाइनल रिपोर्ट
बेनीगंज एकला नंबर-2 गुलरिहा के रहने वाले झीनक ने मुख्यमंत्री को बताया कि कुछ भू-माफियाओं एक दस्तावेज लेखक के सहयोग से उनकी करीब 29 लाख की जमीन फर्जी ढंग से रजिस्ट्री करा ली है। इस मामले में कैंट थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया लेकिन आरोपियों के प्रभाव में आकर साक्ष्यों को दरकिनार कर विवेचना अधिकारी ने फाइनल रिपोर्ट लगा दी। मुख्यमंत्री ने इस मामले को लेकर भी नाराजगी जताई और सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया।
गायों को दुलराया, गुल्लू के साथ खेले सीएम
गुरुवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री की दिनचर्या परंपरागत रही। सुबह करीब छह बजे अपने आवास से निकलने के बाद उन्होंने सबसे पहले नाथ पंथ के आदि गुरु गोरक्षनाथ के दरबार में हजारी लगाई और फिर अपने गुरु ब्रह्मालीन महंत अवेद्यनाथ के समाधिस्थल पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया।
मंदिर परिसर का भ्रमण करने के बाद वह हमेशा की तरह गोशाला गए और करीब आधा घंटा गोसेवा में गुजारा। इस दौरान उन्होंने बछड़ों और बछियों को खूब दुलारा और अपने हाथ से गुड़-चना खिलाया। परिसर भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री पखवारे भर पहले मंदिर में आए श्वान के बच्चे गुल्लू के साथ खूब खेले। जनता दर्शन के बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर कार्यालय में भी कुछ लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुन समाधान का आश्वासन दिया।