रिश्वत लेने के आरोपी IRS शशांक यादव के घर विजिलेंस का छापा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. रिश्वत के 16 लाख रुपयों के साथ पकड़े गए आईआरएस अफसर शशांक यादव के कर्नलगंज स्थित घर पर विजिलेंस ने छापा मारा। टीम ने उसके घर पहुंचकर जांच पड़ताल की। माता-पिता से भी आरोपी अफसर के बाबत पूछताछ की। करीब दो घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान कुछ हाथ नहीं लगा। जिसके बाद टीम लौट गई।
आईआरएस शशांक 17 जुलाई को राजस्थान के कोटा स्थित हैंगिंग ब्रिज टोल नाका के पास 16 लाख रुपयों के साथ पकड़े गए थे। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उनकी गाड़ी से 15 व उनके पर्स से एक लाख रुपये बरामद किए थे। गाजीपुर स्थित अफीम फैक्ट्री के जीएम के तौर पर तैनात शशांक पर आरोप है कि उन्होंने अपने कुछ कर्मचारियों संग मिलकर घटिया क्वालिटी की अफीम को बढ़िया बताकर ज्यादा पट्टे जारी करने के लिए प्रति किसान 60 से 80 हजार तक की वसूली की। उनके पास नीमच की अफीम फैक्ट्री का अतिरिक्त प्रभार भी है। राजस्थान में पकड़े जाने के बाद से ही संभावना जताई जा रही थी कि जांच के लिए अफसर के मूल निवास पर भी टीम पहुंच सकती है। जिसके तहत आखिरकार विजिलेंस की छह सदस्यीय टीम ने उनके म्योर रोड स्थित आवास पर छापेमारी की। यहां अफसर के रिटायर आईएएस पिता महाबीर यादव व उनकी माता मिलीं।
टीम के सदस्य करीब दो घंटे तक अफसर के मूल निवास पर रहकर जांच पड़ताल करते रहे। हालांकि, इस दौरान कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला। इस दौरान कर्नलगंज पुलिस की एक टीम भी मौजूद रही। करीब दो घंटे तक जांच पड़ताल के बाद टीम लौट गई।
पिता रह चुके हैं इलाहाबाद के डीएम
शशांक के पिता महाबीर यादव चर्चित आईएएस अधिकारी रहे हैं। जो इलाहाबाद व कौशांबी के डीएम भी रह चुके हैं। मूलत: जौनपुर स्थित मछलीशहर के खेमपुर गांव के रहने वाले महाबीर यादव के दो बेटों में शशांक छोटे हैं। उनके बड़े बेटे संजय यादव बलिया में एएसपी के तौर पर कार्यरत हैं। म्योर रोड पर आलीशान मकान में उनका मकान है।
कार्रवाई के दौरान हड़कंप की स्थिति
सूत्रों के मुताबिक, आईआरएस अफसर के घर विजिलेंस व पुलिस टीम के पहुंचने पर हड़कंप मचा रहा। आस पड़ोस में रहने वाले भी स्तब्ध थे। सूत्रों का कहना है कि पुलिस टीम ने कुछ लोगों से बात करने की भी कोशिश की लेकिन उन्होंने ज्यादा जानकारी होने की बात से इंकार कर दिया।