मुख्तार अंसारी की जेल में हुई हालत बेहद खराब, पहचान पाना भी मुश्किल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/बाराबंकी. मुख्तार अंसारी की मुश्किलें आए दिन बढ़ती ही जा रही हैं. अब जेल में उसकी हालत ऐसी हो गई है कि उसे पहचान पाना भी मुश्किल है. कभी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में रसूख रखने वाला और सेहतमंद मुख्तार अंसारी अब काफी पतला हो चला है. कंधे झुक गए हैं और बाल व दाढ़ी पूरी तरह से सफेद हो चुकी है. आंखों पर चश्मा लगाए वो किसी कमजोर बुजुर्ग जैसा नजर आ रहा है. दरअसल सोमवार को मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस मामले में बाराबंकी सीजेएम कोर्ट में पेशी थी. वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए हुई इस पेशी में मुख्तार को एक और झटका लगा है.
मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि सुनवाई के दौरान उन्होंने जेल में टेलीविजन लगवाए जाने की मांग की थी. जिसे जेल प्रशास ने बजट आने पर लगवाने का आश्वासन दिया था लेकिन आज उसे कोर्ट ऑर्डर सीट में डाल दिया गया है.
फिर दोहराई मांग
सुनवाई के दौरान मुख्तार ने अपनी पुरानी मांग को दोहराते हुए हवाला दिया कि उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को टीवी की सुविधा दी जाती है, लेकिन मेरे बैरक में टीवी नहीं लगवाया गया है. इसलिए मुझे भी ये सुविधा चाहिए. मुख्तार ने कोर्ट से आग्रह किया कि यदि आप आदेश कर देंगे तो जेल में टीवी की सुविधा मिल जाएगी. सुमन ने बताया कि इस संबंध में कोई आदेश नहीं हुआ बल्कि इस मांग को मुख्य दंडाधिकारी राकेश ने कोर्ट ऑर्डर सीट में रख दिया.
सुरेंद्र की अग्रिम जमानत याचिका खारिज
वहीं इस मामले में अन्य आरोपी सुरेंद्र शर्मा की अग्रिम जमानत याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया है. वहीं मामले में सबसे पहले गिरफ्तार हुए राजनाथ यादव के खिलाफ आज विवेचना अधिकारी ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया. राजनाथ को गिरफ्तार हुए 90 दिन का समय पूरा हो चुका है.