UPPSC AE भर्ती में बड़ी गड़बड़ी, एक रोल नंबर के मिले दो आंसर शीट
गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की एई यानी सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा परीक्षा 2019 में बड़ी गड़बड़ी सामने आयी है। शील्ड पैकेट में एक ही रोल नंबर के दो उत्तर पत्रक जमा किए गए थे। इस पर आयोग ने केंद्र पर्यवेक्षक व संबंधित अभ्यर्थी को पक्ष रखने के लिए बुलाया। दोनों का पक्ष लिखित व मौखिक रूप से लिया गया। वहीं, जांच में गड़बड़ी होने की पुष्टि होने पर अभ्यर्थी को आयोग की समस्त परीक्षाओं से डिबार कर दिया गया है। संबंधित केंद्र अधीक्षक, निरीक्षक, प्रबंधक को आयोग की समस्त परीक्षाओं से बाहर करने की कार्रवाई की गई है। साथ ही दूसरे आयोगों को भी आवश्यक समुचित कार्रवाई करने के लिए पत्र भेजा जाएगा। वहीं, विद्यालय की मान्यता खत्म करने के लिए शासन को शीघ्र पत्र लिखा जाएगा।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा 2019 के तहत 648 पद की भर्ती का विज्ञापन 30 दिसंबर को जारी किया। अभ्यर्थियों से 30 जनवरी, 2020 तक सिविल, मैकेनिकल, एग्रीकल्चर, इलेक्ट्रिकल आदि ब्रांचों के लिए आनलाइन आवेदन लिया गया था। पांच जिलों में 292 केंद्रों पर 13 दिसंबर, 2020 को परीक्षा आयोजित की गई। प्रयागराज में बाबू जेआरडी पाल इंटर कालेज मनसैता (केंद्र कोड-03/88) केंद्र के पर्यवेक्षक ने द्वितीय सत्र के शील्ड पैकेट में एक ही अनुक्रमांक के दो उत्तर पत्रक जमा किए थे। जांच में मामला सही पाए जाने पर आयोग ने सिविल लाइंस थाना में एफआइआर दर्ज कराई थी।
सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा 2019 भर्ती का अंतिम परिणाम 26 मार्च, 2021 को जारी हुआ। कुल पदों के सापेक्ष 580 अभ्यर्थी सफल हुए। आयोग ने 25 जून को चयन संस्तुति की फाइल शासन को भेज दी। आयोग के परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार मिश्र का कहना है कि यूपीपीएससी अपनी परीक्षाओं की शुचिता व अनियमितता से समझौता नहीं करता है। यही कारण है कि जांच के बाद गड़बड़ी मिलने पर यह कार्रवाई की गई है।
सवालों के घेरे में पूरी परीक्षा : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने एई 2019 की भर्ती में एक रोल नंबर के दो उत्तर पत्रक पकड़े हैं। गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी कर दी गई है, लेकिन इससे पूरी परीक्षा सवालों के घेरे में आ गई है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि एक रोल नंबर के दो उत्तर पत्रक मिलने से साफ है कि उक्त केंद्र में नकल कराने के लिए बड़े रैकेट ने काम किया होगा। भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह का आरोप है कि उक्त परीक्षा में कई अभ्यर्थियों से पैसा लेकर उनका प्रश्नपत्र हल किया गया होगा, परंतु पकड़ में सिर्फ एक अभ्यर्थी आया है। कई ऐसे होंगे जिनका एक ही पत्रक जमा हुआ होगा, परंतु नकल उन्हें भी कराई गई होगी। ऐसा ही खेल दूसरे केंद्रों पर भी हो सकता है, इसलिए पूरी परीक्षा की निष्पक्ष जांच कराई जाए।