ये काम नहीं करने वाले उत्तर प्रदेश के शिक्षकों की रुकेगी अगस्त की सैलरी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. हाईस्कूल का प्रमाणपत्र नहीं अपलोड किया तो वेतन नहीं। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग मानव संपदा पोर्टल को लेकर गंभीर हो गया है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी शिक्षकों को चेतावनी दी है कि यदि हाईस्कूल की मार्कशीट और प्रमाणपत्र जल्द अपलोड नहीं किया गया तो अगस्त महीने का वेतन रोका जा सकता है। लगभग 10 फीसदी ऐसे शिक्षक हैं जिन्होंने अपना हाईस्कूल के अंकपत्र या प्रमाणपत्र पोर्टल पर अपलोड नहीं किए हैं। वहीं बीएड-बीटीसी के प्रमाणपत्र अपलोड करने वाले शिक्षक 50 फीसदी से भी कम हैं।
विभाग ने अब सख्ती करते हुए हाईस्कूल के अंकपत्र व प्रमाणपत्र को शतप्रतिशत अपलोड करने का अभियान चलाया है। इसके बाद क्रमश: इण्टरमीडिएट, स्नातक, शिक्षक प्रशिक्षण यानी बीएड या बीटीसी के अंकपत्र व प्रमाणपत्रों को अपलोड करवाया जाएगा।
दरअसल विभाग 2019 से मानव संपदा पोर्टल पर प्रमाणपत्र, सर्विस बुक समेत तबादले व अन्य विवरण पोर्टल पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसे शिक्षकों के लीव मॉड्यूल से भी जोड़ा गया है। वहीं अंतरजनपदीय तबादले के बाद कार्यमुक्त व तैनाती का विवरण भी यहां पर उपलब्ध कराया जा रहा है। मकसद सिर्फ इतना है कि सभी शिक्षकों की कुण्डली एक जगह हो जाए।
ये रहे कुछ आंकड़े-
- प्राइमरी स्कूल में हेड टीचर हैं- 160666
- कुल प्रमाणपत्र अपलोड हुए 81.08 %
- हाईस्कूल के अंकपत्र 97.56 %
- हाईस्कूल के प्रमाणपत्र 95.32%
सबसे कम-
बीएड के प्रमाणपत्र 51.51 %
बीटीसी के प्रमाणपत्र- 67.16 %
प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक हैं- 275652
कुल प्रमाणपत्र अपलोड हुए- 77.16 %
हाईस्कूल के अंकपत्र 92.16 %
हाईस्कूल के प्रमाणपत्र 89.82 %
सबसे कम-
बीएड के प्रमाणपत्र 40.91 %
बीटीसी के प्रमाणपत्र- 67.29%
जूनियर स्कूल में हेड टीचर हैं- 10093
कुल प्रमाणपत्र अपलोड हुए- 64.02%
हाईस्कूल के अंकपत्र 95.98 %
हाईस्कूल के प्रमाणपत्र 91.95 %
सबसे कम-
बीएड के प्रमाणपत्र 11.17 %
बीटीसी के प्रमाणपत्र- 77. 35%
ये हैं फायदे-
- पोर्टल पर अपलोड होने से सभी शिक्षकों की सर्विस बुक एक क्लिक पर होगी। इससे विभाग को पता होगा कि किस शिक्षक का तबादला कब हुआ, कहां-कहां तैनाती हुई या फिर कब निलम्बन हुआ आदि। अभी सर्विस बुक चेक करना बहुत ज्यादा मुश्किल है।
- प्रमाणपत्रों व आधार कार्ड से फर्जी शिक्षकों की पकड़ भी होगी। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के चर्चित अनामिका शुक्ला कांड की पकड़ पेार्टल से ही हो पाई थी।
- सर्विस बुक गायब होने संबंधी शिकायतों और शिक्षकों को विभागीय भ्रष्टाचार से निजात मिलेगी।