यूपी बोर्ड के छात्रों को हर 3 माह में देना होगा यूनिट टेस्ट, CBSE की तर्ज लागू की जा रही व्यवस्था
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. कोरोना महामारी के चलते यूपी बोर्ड के छात्र भले ही अभी आनलाइन पढ़ाई कर रहे हों, पर अब उन्हें हर तीन माह में यूनिट टेस्ट देना होगा। सीबीएसई बोर्ड में जिस तरह टर्म एग्जाम कराए जाते हैं, ठीक उसी तर्ज पर छात्रों की यह परीक्षाएं कराई जाएंगी।
वहीं, इन परीक्षाओं के अंकों की जानकारी भी यूपी बोर्ड को भेजी जाएगी। कुछ दिनों पहले अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से विभागीय अफसरों को निर्देश दिए। उन्होंने अफसरों से कहा, कि यूनिट टेस्ट को लेकर कार्ययोजना बना लें। जिससे इसी सत्र से इस नई व्यवस्था को क्रियान्वित किया जा सके। इस मामले पर गुरुनानक मार्डन स्कूल के अकादमिक इंचार्ज विवेक अवस्थी ने बताया कि सीबीएसई में 10वीं व 12वीं के स्तर पर दो टर्म परीक्षाएं व दो प्री-बोर्ड परीक्षाएं कराई जाती हैं।
परीक्षाएं हुईं निरस्त तो यूनिट टेस्ट के अंकों से बन सकता रिजल्ट: विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यूनिट टेस्ट का प्रारूप इसलिए तैयार किया गया है, क्योंकि विभाग अगर किन्हीं कारणों से परीक्षाएं नहीं करा पाता है तो छात्रों के जो टेस्ट में अंक होंगे उनसे ही रिजल्ट तैयार करा लिया जाएगा।
इनका ये है कहना
यूपी बोर्ड के छात्रों को अब हर तीन माह में यूनिट टेस्ट देना होगा। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव ने दिशा-निर्देश दे दिए हैं। - केके गुप्ता, संयुक्त शिक्षा निदेशक