मुंबई और सूरत जाने के लिए उमड़ा रेला, ट्रेनों की सीटें हुईं रिग्रेट, ट्रेन के शौचालय में हो रहा सफर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. दूसरी लहर की रफ्तार धीमी होते ही पूर्वांचल के कामगारों का काम पर लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है। अचानक बढ़े दबाव के चलते सूरत, मुंबई और हैदराबाद सहित महानगरों की तरफ रुख करने वाली ट्रेनों में पैर रखने तक की जगह नहीं बची। भीड़़ ऐसी कि मजबूरन यात्रियों को ट्रेन के शौचालय में सफर करना पड़ रहा है। हालांकि रेल प्रशासन ने इससे उबरने के लिए फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की है। जो नाकाफ़ी है।
सर्वाधिक दबाव वाले रूट की बात करें तो मुंबई, सूरत, अहमदाबाद रूट की ट्रेनों में सबसे ज्यादा भीड़ है। आलम यह है कि मंडुआडीह- दादर और ताप्तीगंगा एक्स्प्रेस में सात जुलाई तक सीटे रिग्रेड हो चुकी है। इस रूट पर दैनिक और साप्ताहिक मिलाकर आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनें बनकर चलती हैं। वहीं दो दर्जन से ज्यादा ट्रेनों का मंडुआडीह और वाराणसी जंक्शन पर ठहराव होता है। बावजूद 15 जुलाई तक ट्रेनों में वेटिंग की लम्बी फेहरिस्त है।
मुंबई- वाराणसी रूट पर ट्रेन
महानगरी एक्सप्रेस
- एक जुलाई को द्वितीय में 14, तृतीय में 47, स्लीपर में 233
- 02 जुलाई को द्वितीय में 18, तृतीय में 36, स्लीपर में 184
- 03 जुलाई को द्वितीय में 12, तृतीय में 46, स्लीपर में 156
मंडुआडीह- एलटीटी सुपरफास्ट
-02 जुलाई को द्वितीय में 22, तृतीय में 42,स्लीपर में रिग्रेड
- 03 जूलाई को द्वितीय में 11, तृतीय में 42, स्लीपर में रिग्रेड
-04 जुलाई को द्वितीय में 16, तृतीय में 37 स्लीपर में रिग्रेड
कामायनी एक्सप्रेस
-02 जुलाई को द्वितीय में 24, तृतीय में 43, स्लीपर में 211
- 03 जुलाई को द्वितीय में 19, तृतीय में 48, स्लीपर में 183
- 04 दिसम्बर को द्वितीय में 19, तृतीय में 39, स्लीपर में 127
ताप्ती गंगा एक्स्प्रेस
02 जुलाई को दितिय श्रेणी में 22, तृतीय श्रेणी में 45,स्लीपर श्रेणी में रिग्रेड
03 जुलाई को डिटीय श्रेणी में 20, तृतीय श्रेणी में 35, स्लीपर में रिग्रेड
04जुलाई को दितिय श्रेणी में 15, तृतीय श्रेणी में 30, स्लीपर में रिग्रेड