रेलवे फाटकों पर भी बनेंगे शौचालय, इन मंडलों के 625 क्रासिंगों पर तैयार किए जाने हैं शौचालय, मिल चुकी है मंजूरी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. रेलवे क्रासिंगों (समपार फाटकों) पर दुर्घटनाएं नहीं होंगी। समय से फाटक खुलेंगे और बंद होंगे। सुरक्षा सुदृढ़ तो होगी ही आसपास गंदगी भी नहीं फैलेगी। इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने सभी फाटकों (गेटों) पर शौचालय बनाने की योजना तैयार की है। लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल में कुल 625 गेटों पर शौचालय बनाने की स्वीकृति मिल चुकी है।
इन मंडलों में तैयार किए जाने हैं शौचालय
लखनऊ मंडल में 322, वाराणसी मंडल में 125 और इज्जतनगर मंडल में 238 गेटों पर शौचालय तैयार किए जान हैं। कुछ गेटों पर कार्य शुरू भी हो चुका है। दरअसल, टायलेट नहीं होने से समपार फाटकों पर तैनात गेटमैनों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। जबकि, एक गेटमैन को आठ से 12 घंटे तक कार्य करने पड़ते हैं।
आसपास प्रसाधन केंद्र भी नहीं होता। खुली रेल लाइनें होती हैं। ट्रेनों का संचालन लगातार जारी रहता है। रेलकर्मियों के ध्यान बंटते रहते हैं। अक्सर, फाटक खुलने और बंद होने में देरी भी हो जाती है। इसके चलते आम लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आए दिन खुले फाटकों के बीच वाहन फंसने के मामले प्रकाश में आते रहते हैं। हरपल संरक्षा और सुरक्षा प्रभावित होने की आशंका बनी रहती है।
कर्मचारियों की समस्याएं, संरक्षा और सुरक्षा को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने स्वच्छ रेल-स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय बनाने का फैसला किया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार ङ्क्षसह के अनुसार स्वच्छ भारत अभियान के तहत गेटों पर शौचालय बनाए जा रहे हैं। ट्रेनों का संचालन बेहतर तो होगा ही संरक्षा भी समृद्ध होगी।
नौतनवा-दुर्ग एक्सप्रेस में लगेंगे अतिरिक्त कोच
यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। रेलवे प्रशासन ने 08205/08206 दुर्ग- नौतनवा-दुर्ग स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन में वातानुकूलित प्रथम सह द्वितीय श्रेणी का एक-एक कोच लगाने का निर्णय लिया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार 08202 दुर्ग-नौतनवा स्पेशल में 11 नवंबर तक तथा 08206 नौतनवा- दुर्ग स्पेशल में 17 जुलाई से 13 नवंबर तक वातानुकूलित प्रथम सह द्वितीय श्रेणी के एक- एक अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे।