पूर्वांचल में पारा चढ़ गया था कपार, अब गाजीपुर, मऊ, बलिया, वाराणसी में बारिश होगी आपार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/वाराणसी. पूर्वांचल में मौसम का रुख इन दिनों व्यापक रूप से बदला हुआ है, आसमान साफ भी है और धूप भी है, उमस भी है और सुबह से रात तक पसीना भी खूब है। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि स्थानीय परिस्थितियाें की वजह से लोकल हीटिंग तो हो रही है लेकिन पर्याप्त नमी वातावरण से न मिल पाने की वजह से बादल नहीं बन पा रहे हैं इसी वजह से बारिश का दौर भी ठहरा हुआ है। वहीं सुबह से मऊ, गाजीपुर, बलिया और आजमगढ़ सहित कई जिलों में या तो बारिश हो रही है या बादलों की सक्रियता बनी हुई है।
हालांकि, अगले 24 से 48 घंटों में स्थितियों में सुधार होगा और वातावरण में नमी बढ़ने का अंदेशा है और बारिश भी होगी। जबकि बारिश से पूर्व की उमस की स्थिति को झेलना ही होगा। वहीं दूसरे पखवारे से तापमान में कमी आनी शुरू होगी और दोपहर की धूप ही लोगों को उमस का अहसास कराएगी। इसके बाद अगस्त से मौसम लोगों को राहत देगा और अगस्त के अंत तक सुबह सर्दी की सूरत भी बनने लगेगी।
गुरुवार की सुबह आसमान साफ रहा और सुबह छह बजे से ही आसमान में सूरज की रोशनी ने अपना अहसास कराया। सुबह कुछ बादल तो रहे मगर काफी असरहीन ही नजर आए। हालांकि, सुबह आठ बजे के बाद बादलों की सक्रियता का दौर भी शुरू हो गया। सुबह मौसम का रुख उमस भरा रहा तो रात में भी बिजली कटौती और भीषण उमस की वजह से लोगों की रात करवटों में बीती। माना जा रहा है कि अब उमस का चरम होने के बाद बादलों की सक्रियता का दौर भी आने ही वाला है। जबकि वातावरण में नमी का स्तर भी अब बढ़ने की ओर है। वहीं लोकल हीटिंग का असर दो तीन दिनों से होने और गुरुवार की सुबह इसका अधिक असर होने से अब बादलों की सक्रियता का दौर आने की उम्मीद बढ़ गई है।
बीते चौबीस घंटों में अधितम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य रहा। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 74 फीसद और न्यूनतम 57 फीसद दर्ज की गई। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि वातावरण में उमस घुली होने की वजह से पसीने की स्थिति है मगर इसमें बदलाव आएगा। वहीं मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में पूर्वांचल के उत्तर में लोकल हीटिंग वाले बादलों की अधिक सक्रियता बनी हुई है। इसका स्तर और व्यापक हुआ तो दोपहर तक बादलों की सघन सक्रियता का दौर आएगा।