आज का मौसम: 31 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, 'मौसम विभाग का दावा है कि अगले तीन से चार दिनों तक झूम के बरसेंगे बादल'
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. सावन महीने में बुधवार सुबह लखनऊ में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई। इससे मौसम सुहाना हो गया। गर्मी व उमस से राहत मिली है। मौसम विभाग का दावा है कि अगले तीन से चार दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा। बुधवार को प्रदेश 31 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। यानी यहां जोरदार बारिश के साथ आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। मौसम विभाग ने लोगों को सचेत रहने के लिए कहा गया है।
यहाँ रात डेढ़ बजे से हो रही बारिश
सहारनपुर में मंगलवार देर रात करीब डेढ़ बजे से लगातार बारिश हो रही है। कई दिनों से पड़ रही उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली है। यहां अधिकतम तापमान 32 और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है। बारिश के साथ 17 किलोमीटर/घंटा की रफ्तार से हवा भी चलीं। अब तक 6.3 एमएम बारिश हो चुकी है।
यूपी के इन जिलों में येलो अलर्ट जारी
प्रदेश के ग़ाजीपुर, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, शामली, बागपत, मेरठ, हापुड़, कासगंज, अमरोहा, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल और बदायूं में येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार बिजली की गरज चमक के साथ 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जिलों में हवा चल सकती है।
यहां ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने पश्चिमी यूपी के मुरादाबाद, रामपुर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में भारी बरसात की संभावना जताई है। इन जिलों में 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। बिजली गिरने की संभावना है।
क्या होता हैं ग्रीन, रेड, येलो और ऑरेंज अलर्ट
ग्रीन अलर्ट का मतलब: कोई खतरा नहीं है।
येलो अलर्ट के मायने : आने वाले खतरे के प्रति सचेत करता है, येलो अलर्ट को मौसम विज्ञान विभाग जैसे-जैसे मौसम खराब होता है, ऑरेंज अलर्ट में परिवर्तित कर देता है।
ऑरेंज अलर्ट क्या होता है: बारिश व आंधी की पूरी संभावनाएं होती है। इस अलर्ट के बाद लोगों को सावधान होना चाहिए और इधर-उधर जाने पर सावधानी बरतनी चाहिए।
रेड अलर्ट क्या होता है : इसका मतलब है कि स्थिति अत्यंत खतरनाक है। मौसम विभाग के अनुसार ऐसे मौसम में इधर-उधर नहीं निकलना चाहिए इस अलर्ट का अर्थ है, मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है, भारी बारिश होने की अधिक संभावना होती है।