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अब साढ़े तीन घंटे में पूरा होगा गाजीपुर से लखनऊ का सफर, पूरा होगा पूर्वांचल के लोगों का सपना

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बहुप्रतीक्षित महत्वकांक्षी योजना लखनऊ से पूर्वांचल को जोड़ने के लिए बनाए गए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शुभारंभ 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन होगा। इसी दिन ट्रैफिक के लिए भी अनुमति मिल जाएगी। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की लंबाई 340.824 किलोमीटर है। इसके बन जाने से अब गाजीपुर से लखनऊ का सफर साढ़े तीन घंटे में पूरा किया जा सकेगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने रविवार को आजमगढ़ में इसका निरीक्षण किया।


देश का सबसे लंबा छह लेने वाला पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे प्रदेश की राजधानी को पूर्वांचल के प्रमुख निर्यात हब जैसे गाजीपुर, आजमगढ़, अमेठी और सुल्तानपुर को जोड़ेगा। सुल्तानपुर में एक्सप्रेस पर एक हवाईपट्टी भी विकसित की जा रही है। इसका इस्तेमाल भारतीय वायुसेना करेगी। पूर्वांचल के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होने जा रही इस परियोजना का शिलान्यास 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजमगढ़ से किया था।


इन जिलों से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे। प्रदेश को तरक्की की राह दिखाने का सशक्त जरिया होने के कारण मुख्यमंत्री इसके तयशुदा समय में पूरा होने को लेकर खुद शुरू से निगरानी करते आ रहे हैं। इस परियोजना से जनपद लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ तथा गाजीपुर लाभान्वित होंगे। इस एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का चलना शुरू होने के साथ ही पूर्वाचल के लोगों का बड़ा सपना पूरा हो जाएगा। उद्योग धंधों का मार्ग प्रशस्त होने के साथ ही क्षेत्रीय लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार भी उपलब्ध होगा।


पूर्वांचल के विकास को लगेंगे पंख

उत्तर प्रदेश का पूर्वी क्षेत्र प्रदेश की राजधानी एवं आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे व यमुना एक्सप्रेस-वे के माध्यम से देश की राजधानी से त्वरित एवं सुगम यातायात के कारिडोर से जुड़ जाएगा।

प्रदेश का सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। वाहनों के ईंधन खपत में महत्वपूर्ण बचत एवं प्रदूषण नियंत्रण भी संभव हो सकेगा।

परियोजना से अच्छादित क्षेत्रों के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ ही कृषि, वाणिज्य, पर्यटन तथा उद्योगों की आय को बढ़ावा मिलेगा।

एक्सप्रेस-वे के निकट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान, मेडिकल संस्थान आदि की स्थापना के भी अवसर सुलभ होंगे।

हैंडलूम उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, भंडारण ग्रह, मंडी तथा दुग्ध आधारित उद्योगों की स्थापना हेतु एक उत्प्रेरक के रूप में काम करेगा।


पूरा होगा पूर्वांचल के लोगों का सपना

22494.66 करोड़ रुपये खर्च कर रही परियोजना पर उत्तर प्रदेश सरकार

340.824 किलोमीटर है पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की लंबाई

4 लेन परियोजना को आगे चलकर छह लेन का किया जाएगा

14 जुलाई 2018 को पीएम मोदी ने आजमगढ़ में परियोजना का उद्घाटन किया था

2017 से पहले सिर्फ दो एक्सप्रेस-वे थे प्रदेश में

2017 में योगी के सत्ता में आने से पहले प्रदेश में दो एक्सप्रेस-वे थे

165 किमी लंबा यमुना एक्सप्रेस-वे और 302 किमी लंबा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे

अब गंगा एक्सप्रेस-वे पर नजर : योगी सरकार बहुत जल्द प्रयागराज से मेरठ को जोड़ने वाली 42,000 करोड़ रुपये की परियोजना गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए टेंडर लाने जा रही है। सरकार ने 83 फीसद जमीन का अधिग्रहण भी कर लिया है। 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे को 26 महीने में पूरा करने का लक्ष्य है।


उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेस-वे का बढ़ता संजाल

  • 165 किमी लंबा यमुना एक्सप्रेस-वे
  • 302 किमी लंबा लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे
  • 96 किमी लंबा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे
  • 135 किमी लंबा ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे

प्रदेश में निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे

  • 296 किमी लंबा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
  • 91 किलोमीटर लंबा गोरखपुर लिंक
  • 210 किलोमीटर लंबा दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेस-वे


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