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PM मोदी बनारस में, कई सपा नेता नजरबंद, CM योगी बोले- उपद्रवियों को चिह्नित कर रखें नजर

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. नरेंद्र मोदी के वाराणसी आगमन से पहले खुफिया विभाग की रिपोर्ट पर पुलिस ने कई सपा नेताओं को रडार पर ले लिया। आशंका है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में सपा नेता खलल डाल सकते हैं। हालांकि खुफिया रिपोर्ट पर पुलिस ने ऐसे सपा नेताओं को चिह्नित करते हुए बुधवार रात में पहुंचकर कड़ी हिदायत दी। वहीं कुछ नेताओं को पुलिस ने नजरबंद भी किया।

लंका और भेलूपुर थाना अंतर्गत 80 से अधिक अवांछनीय तत्वों को पुलिस ने चिन्हित करते हुए परिजनों से संपर्क साधा। बीएचयू में भगत सिंह छात्रा मोर्चा की ओर से हुए विरोध-प्रदर्शन के बाद से पुलिस और भी सतर्क हो गई है। लंका थाना अंतर्गत बीएचयू स्थित आईआईटी मैदान में प्रधानमंत्री की जनसभा स्थल को देखते हुए पुलिस विशेष एहतियात बरत रही है।


कार्यक्रम में खलल डालने के संभावित अवांछनीय तत्वों पर पैनी नजर रखने के साथ ही फोर्स की संख्या भी जनसभा पर बढ़ा दी गई है। सादे वेश में पुलिस कर्मियों को लगाया गया। कमिश्नरेट में छह सर्किल में बंटे एलआईयू निरीक्षकों को भी अलर्ट किया गया है।


इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे की तैयारियों की समीक्षा के लिए बुधवार को वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  कहा कि उपद्रव करने का प्रयास करने वालों पर नजर रखें और उन्हें चिह्नित कर नजरबंद करने का अभियान चलाएं। पीएम के कार्यक्रम के दौरान किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि 100 से ज्यादा लोग पाबंद किए गए हैं। सबकी निगरानी कराई जा रही है।


बीएचयू में पीएम की जनसभा का छात्रों ने जताया विरोध

बीएचयू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 15 जुलाई को होने वाली सभा का छात्रों ने विरोध जताया। भगत सिंह छात्र मोर्चा के बैनर तले केंद्रीय कार्यालय पर धरने पर बैठे छात्रों का कहना था कि कोरोना संक्रमण का हवाला देकर विश्वविद्यालय प्रशासन कक्षाओं को चलवाने की तो अनुमति नहीं दे रहा है लेकिन ऐसे समय में सभा करने की अनुमति देना गलत है।


छात्र अधिष्ठाता प्रो. एमके सिंह और चीफ प्रॉक्टर प्रो. आनंद चौधरी को छात्रों ने कुलपति को संबोधित ज्ञापन दिया, जिस पर उन्होंने नियमानुसार कार्रवाई का आश्वासन दिया।  बीएचयू केंद्रीय कार्यालय पर कुलपति से मिलने पहुंचे छात्रों की कुलपति से मुलाकात नहीं हुई तो वही धरने पर बैठे गए।


सभा में छात्रों ने कहा कि पिछले कई दिनों से विश्वविद्यालय को खोले जाने, कोरोना प्रोटोकॉल के साथ ऑफलाइन कक्षाओं के चलाए जाने की मांग की जा रही है लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक ओर जहां विश्वविद्यालय में लंबे समय से अकादमिक गतिविधियां बंद है, वहीं दूसरी ओर बीएचयू और जिला  प्रशासन द्वारा कोरोना काल में नियमों की अनदेखी कर परिसर के अंदर राजनीतिक रैली करवाया जा रहा है। छह हजार की संख्या में लोगों के एकत्र होना कोरोना नियमों का उल्लंघन है। छात्रों ने रैली को तुरंत रद करवाने और विश्वविद्यालय के कक्षाओं और हास्टल को पूरी क्षमता के साथ खोले जाने की मांग की है। 


सादे वेश में चक्रमण करते रहेगे पुलिस अफसर

आईआईटी बीएचयू खेल मैदान में होने वाली जनसभा स्थल पर सुरक्षा को कई चरण में बांटा गया। आईआईटी जिमखाना के सामने दो गेट से आमजन और मीडिया और कार्यकर्ताओं को प्रवेश दिया जाएगा तो वहीं कृषि फार्म परिसर के पास वाले गेट से प्रधानमंत्री और अन्य वीवीआईपी आईआईटी खेल मैदान में दाखिल होंगे। दोपहर में एसपीजी अधिकारियों और पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने मौजूद फोर्स की ड्यूटी प्वाइंट पर मुस्तैद किया। मंच के सामने डी ब्लॉक में कमांडो और पैरामिलिट्री फोर्स मौजूद होगी। जनसभा के प्रत्येक गैलरी में सादे वेश में भी तेज तर्रार पुलिस अफसरों और जवानों को मुस्तैद किया गया है। पीएम आगमन से पूर्व बीएचयू के प्रत्येक द्वार को भी बंद किया जा सकता है। सिर्फ मरीज वाहनों के लिए गेट खुलेंगे।


अभेद्य होगी प्रधानमंत्री की सुरक्षा

परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा अभेद्य होगी। प्रधानमंत्री के पांच स्तरीय सुरक्षा में रहने वाले एनएसजी कमांडो और पैरामिलिट्री फोर्स सहित 21 आईपीएस और 10 हजार से ज्यादा जवानों को कार्यक्रम स्थल पर ड्यूटी के लिए तैनात कर दिया गया है।


एसपीजी ने बुधवार को फ्लीट रिहर्सल के दौरान तैयारियों को अंतिम रूप दिया। सुरक्षा इतनी चौक चौबंद बनाई गई है कि संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी से सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर तक सड़क मार्ग से गुजरने के दौरान ऊंची इमारतों और मकानों की छतों पर चार से पांच स्नाइपर तैनात किए गए हैं।

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