ओमप्रकाश राजभर बोले- CM योगी 2022 में आपकी जमानत जब्त कर सत्ता से बाहर करेंगे
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. बीजेपी सरकार के खिलाफ अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने सीएम योगी आदित्यानाथ पर निशाना साधा है. यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष राजभर ने अपने ट्वीट में कहा है, ' यूपी के मुख्यमंत्री युवाओं को डराने की कोशिश कर रहे हैं, उनकी प्रॉपर्टी जब्त करने की धमकी दे रहे हैं. मुख्यमंत्री जी 69000 शिक्षक भर्ती में 5844 पद पिछड़े, दलित का हक क्यों लूटा? यूपी के नौजवान अपने हक की आवाज भी ना उठा सकें, इसलिए धमकी देकर उनकी आवाज को खामोश करना चाहते हैं.'
इसके साथ यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा,' साढ़े 4 वर्ष तक पिछड़े, दलित और वंचित वर्ग के हकों को सिर्फ लूटने का काम किया है.आप चिंता ना कीजिए मुख्यमंत्री योगी भागीदारी संकल्प मोर्चा आपको दोबारा सीएम की कुर्सी पर बैठने नहीं देगा. धमकी का जवाब 2022 में जरूर मिलेगा. उत्तर प्रदेश का युवा आपकी जमानत जब्त कराने के लिए बूथ पर तैयार बैठा है.
यूपी विधानसभा चुनाव 2022: यूपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर सभी दल रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. इस बीच यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने सीएम योगी पर युवाओं को धमाने का आरोप लगाते हुए निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ये युवा 2022 में आपकी जमानत जब्त कर सत्ता से बाहर करेंगे.
उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के लिए राजभर कर रहे ये काम
गौरतलब है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर की लगातार कभी आप सांसद संजय सिंह, तो कभी भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर से मुलाकात होती है. इसके अलावा वह समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मिलते हैं, तो प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव से. यही नहीं, राजभर की मुलाकात एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी से भी होती है. ऐसे में राजभर और यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा ने प्रेशर पॉलिटिक्स के तहत भागीदारी संकल्प मोर्चा का निर्माण किया है, जिसमें कई छोटी-छोटी राजनीतिक पार्टियां हैं.
यकीनन आने वाले विधानसभा चुनाव में ओमप्रकाश राजभर किसी ना किसी प्रमुख राजनीतिक दल से गठबंधन करेंगे. ऐसे में पूर्वांचल में वह सभी बड़ी राजनीतिक पार्टियों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की स्थिति में रहेंगे. वहीं, योगी सरकार पर हमलावर राजभर ने जब से सत्ता का साथ छोड़ा है अपनी आक्रामकता बढ़ा दी है.