भगोड़ा घोषित पूर्व सांसद धनंजय सिंह के घर पर कुर्की का नोटिस चस्पा, राजधानी से आई पुलिस टीम ने कराई मुनादी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, जौनपुर. लखनऊ में हुए बहुचर्चित व सनसनीखेज अजीत सिंह हत्याकांड में वांछित 25 हजार के इनामी भगोड़ा घोषित पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर पुलिस शिकंजा कसती जा रही है। रविवार को लखनऊ से आई पुलिस टीम ने पूर्व सांसद के बंसफा गांव पहुंचकर कुर्की की नोटिस चस्पा करने के साथ ही गांव में मुनादी कराई।
लखनऊ के विभूतिखंड थाना के एसआइ. पवन सिंह पुलिस टीम के साथ सिकरारा थाना पहुंचे। वहां से थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार दुबे व फोर्स को साथ लेकर दिन में लगभग तीन बजे बंसफा गांव पहुंचे। पूर्व सांसद के आवास के मुख्य द्वार पर अदालत के आदेश पर कुर्की पूर्व की नोटिस चस्पा किया। पुलिस टीम ने घर के पास मौजूद कुछ लोगों से धनंजय सिंह के बारे में पूछताछ की। इसके बाद गांव में मुनादी की प्रक्रिया पूरी कर चली गई। एसआइ पवन सिंह ने बताया कि अदालत की ओर से दी गई मियाद के भीतर आत्मसमर्पण न करने पर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि गत जनवरी माह में पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की लखनऊ में कठौता चौराहा पर गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी गई थी। उक्त हत्याकांड के मुख्य शूटर कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरिधारी उर्फ डाक्टर को पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर चुकी है। छानबीन के दौरान पुलिस ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर चिह्नित किया है।
ब्लाक प्रमुख चुनाव में भाजपा ने किया सत्ता व धन का दुरुपयोग : समाजवादी पार्टी की विशेष बैठक रविवार को अल्फस्टीनगंज स्थित पार्टी कार्यालय पर जिलाध्यक्ष लाल बहादुर यादव की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान ब्लाक प्रमुख के चुनाव परिणाम की समीक्षा की गई। जिलाध्यक्ष लाल बहादुर यादव ने कहा कि ब्लाक प्रमुख के चुनाव में भाजपा ने सत्ताबल, धनबल, बाहुबल के जरिए जनबल को हराने काम किया है। पंचायत चुनाव में सबसे ज्यादा प्रधान, बीडीसी, जिला पंचायत सदस्य भाजपा के जीते है, इसके बाद भी सरकार की तरफ से जिस तरह का तांडव किया जा रहा है, वह लोकतंत्र के लिए खतरा है। पूरे चुनाव में प्रदेश के पुलिस पर्चा कैसे छीना जाए इस पर लगे रहे। वह लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाकर लड्डू खाए जा रहे है।