Today Breaking News

पूर्वोत्तर रेलवे ने एक माह में पकड़े 91 हजार बेटिक प्रवासी श्रमिक, 6.85 करोड़ का वसूला जुर्माना

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. रेलवे की लापरवाही और अचानक मुंबई सहित कई शहरों में वापस जाने वाले प्रवासी श्रमिकों की संख्या में वृद्धि ने एक अनोखा रिकार्ड बना दिया। पुष्पक एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में वेटिंग का भी टिकट न मिलने पर बेटिकट यात्रा करने पर हजारों यात्री मजबूर हैं। घर से कमाने की चाह में निकलने वाले इन श्रमिकों की उम्मीदें सफर के दौरान ही धूमिल हो रही है और रेलवे इन्हें बिना टिकट पकड़कर मालामाल हो रहा है।

जून में पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में मुंबई, अहमदाबाद रूट की ट्रेनों में जांच की गई। जून में 91,833 यात्री बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़े गए। इन यात्रियों से 6.85 करोड़ रुपये जुर्माना वसूला गया। रेलवे की मानें तो यह किसी एक महीने में उसकी बिना टिकट यात्रा की सबसे अधिक आय है। इससे पहले मई 2018 में कई शहरों की ट्रेनों से बेटिकट, अनियमित यात्रा सहित कई मदों में रेलवे को 6.84 करोड़ रुपये की आय हुई थी। दरअसल, पंचायत चुनाव और मुंबई में लगे लाकडाउन की वजह से बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक यूपी के कई जिलों में आए थे। उनका 20 मई से वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है। मुंबई और गुजरात रूट की ट्रेनों में पहले से ही लंबी वेटिंग हो गई है। तत्काल प्रीमियम का एसी थर्ड का टिकट सात हजार रुपये तक बिक रहा है। कुशीनगर एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में वेटिंग कंफर्म न होने पर प्रवासी श्रमिक बिना टिकट ही यात्रा कर रहे हैं।


लटका है क्लोन स्पेशल का प्रस्ताव

पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की ओर से मुंबई जाने वाली महत्वपूर्ण ट्रेन पुष्पक एक्सप्रेस के बाद एक क्लोन ट्रेन चलाने का प्रस्ताव तीन साल पहले रेलवे बोर्ड को भेजा था। तब से रेलवे बोर्ड लगातार प्रस्ताव भेज रहा है, लेकिन क्लोन ट्रेनें चलाने के प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड मंजूरी नहीं दे रहा है।


इन ट्रेनों में इतनी वेटिंग

ट्रेन स्लीपर एसी 3 एसी 2

पुष्पक 173 37 21

कुशीनगर 103 27 13

अवध एक्सप्रेस 275 33 12

गोरखपुर एलटीटी 196 41 16

'