मुख्तार अंसारी की बहुचर्चित एंबुलेंस का पंजीयन निरस्त, वाहन बेचने वाले डीलर का व्यवसायिक प्रमाणपत्र भी निरस्त
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बाराबंकी/मऊ. परिवहन विभाग ने बसपा विधायक मुख्तार अंसारी की बहुचर्चित एंबुलेंस का पंजीयन निरस्त कर दिया है। यही नहीं बाराबंकी में एंबुलेंस वाहन बेचने वाले आटो डीलर का व्यवसायिक प्रमाणपत्र भी निरस्त कर दिया गया है।
हालांकि, इस एंबुलेंस को बाराबंकी में किसने पंजीकृत कराई यह सवाल अब तक अनसुलझा है। जेल में निरुद्ध मुख्तार अंसारी ने पेशी और अस्पताल जाने आने के लिए जाली दस्तावेजों के आधार पर बाराबंकी एआरटीओ में अपने लिए एंबुलेंस पंजीकृत कराई थी। यह एंबुलेंस कोतवाली नगर के पल्हरी में स्थित एमजीएस आटो फेब प्राइवेट लिमिटेड नामक डीलर से नौ दिसंबर 2013 को खरीदी गई थी। फर्जी पते पर इस एंबुलेंस को 21 दिसंबर 2013 को पंजीकृत कराया गया था।
मुख्तार पंजाब में इस एंबुलेंस का प्रयोग कर रहा था जोकि 31 मार्च को चर्चा में आया था। जांच के बाद दो अप्रैल को इस मामले में मऊ की अस्पताल संचालिका डा. अलका राय पर मुकदमा कराया गया। पुलिस टीम ने पंजाब से पांच अप्रैल को एंबुलेंस को भी बरामद कर लिया था। दूसरे दिन बाराबंकी पहुंची यह एंबुलेंस अब कोतवाली नगर के माल खाने में दाखिल है और परिसर में अन्य वाहनों के बीच खड़ी कंडम हो रही है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन पंकज सिंह ने इस एंबुलेंस का पंजीयन भी निरस्त कर दिया है, जिससे अब यह कभी वैध रूप से सड़क पर नहीं दौड़ सकेगी।
तीन आरोपित फरार : एंबुलेंस प्रकरण के मुकदमे में डा. अलका राय, शेषनाथ राय, मो. सैयद मुजाहिद, राजनाथ यादव व आनंद यादव सहित एंबुलेंस चालक सलीम को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जबकि मुख्तार बांदा जेल में निरुद्ध है। मो. जाफरी उर्फ शाहिद, सुरेंद्र शर्मा व अफरोज का पुलिस पता नहीं लगा सकी है।
इनकी भी सुनिए: मऊ के श्याम संजीवनी हास्पिटल के नाम से पंजीकृत एंबुलेंस यूपी 41 एटी 7171 का पंजीयन निरस्त कर दिया गया है। वहीं जिस आटो डीलर से इसे खरीदा गया था उसका व्यावसायिक प्रमाणपत्र भी निरस्त कर दिया गया है। इस संबंध में दो अप्रैल को कोतवाली नगर में मुकदमा कराया गया था। -पंकज सिंह, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन)