मोदी मंत्रिमंडल विस्तार मेें दिखी यूपी चुनाव की झलक, OBC और दलित पर फोकस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में यूपी पर फोकस किया गया है। यहां से सबसे ज्यादा सात नेताओं का नाम शामिल है। यूपी से अनुप्रिया पटेल, डॉ एसपी बघेल, पंकज चौधरी, भानु प्रताप वर्मा, कौशल किशोर, बीएल शर्मा और अजय कुमार मिश्रा मंत्री बने हैं। ऐसे में इस विस्तार में अगले साल यूपी में होने वाली विधानसभा चुनाव की तैयारियों की झलक दिख रही है। ओबीसी और एससी पर भी ध्यान दिया गया है।
जानिए कौन कहां से सांसद:
मिर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल, पंकज चौधरी महाराजगंज से, अजय कुमार मिश्रा लखीमपुर खीरी से सांसद हैं। बीएल वर्मा बदायूं के रहने वाले हैं और अभी राज्यसभा के सदस्य हैं। इनके अलावा कौशल किशोर मोहनलालगंज (लखनऊ) से सांसद हैं।
ये हैं केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल होने और पदोन्नति पाने वाले चेहरे
जिन वर्तमान मंत्रियों को पदोन्नत किया गया है वे केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, बंदरगाह, पोत और जलमार्ग परिवहन मंत्रालय के साथ ही रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय में राज्यमंत्री मनसुख भाई मांडविया, विद्युत मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर के सिंह, आवासन तथा शहरी विकास और नागर विमानन मंत्रालय में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी और केंद्रीय खेल व युवा मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू शामिल हैं।
ये हैं नए चेहरे :
मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य नारायण राणे, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री व मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद वीरेंद्र कुमार और जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह प्रमुख हैं। मंत्रिपरिषद में जिन अन्य नए चेहरों को शामिल किया गया है उनमें ओड़िशा से भाजपा के राज्यसभा सदस्य अश्विनी वैष्णव, लोक जनशक्ति पार्टी के पारस गुट के अध्यक्ष पशुपति पारस, अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल, उत्तर प्रदेश के मोहनलालगंज से भाजपा के सांसद पंकज चौधरी, आगरा के सांसद एस पी सिंह बघेल और कर्नाटक से भाजपा के राज्यसभा सदस्य राजीव चंद्रशेखर हैं।
इनके अलावा भाजपा के जिन नए चेहरों को मंत्रिपरिषद में जगह मिली है उनमें कर्नाटक के उडुपी चिकमगलूर से सांसद शोभा करंदलाजे, उत्तर प्रदेश के जालौन से पांचवीं बार के सांसद भानु प्रताप वर्मा, गुजरात के सूरत की सांसद दर्शना जरदोश, नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी, झारखंड के कोडरमा की सांसद अन्नपूर्ण देवी, कर्नाटक के चित्रदुर्ग के सांसद ए नारायणस्वामी, उत्तर प्रदेश के मोहनलाल गंज से सांसद कौशल किशोर, उत्तर प्रदेश के ही खीरी से सांसद अजय मिश्रा, उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य बी एल वर्मा, उत्तराखंड के नैनीताल-ऊधमसिंह नगर से सांसद अजय भट्ट, गुजरात के खेड़ा से सांसद चौहान देबू सिंह, कर्नाटक के बीडर से सांसद भगवंत खूबा, महाराष्ट्र के भिवंडी से सांसद कपिल पाटिल, पश्चिम त्रिपुरा की सांसद प्रतिमा भौमिक, पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा से सांसद सुभाष सरकार, महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य भागवत कराड, मणिपुर के सांसद राजकुमार रंजन सिंह, महाराष्ट्र के ही दिन्डोरी से सांसद भारती पवार, ओडिशा के मयूरभंज से सांसद विश्वेश्वर टुडु, पश्चिम बंगाल के बनगांव के सांसद शांतनु ठाकुर, गुजरात के सुरेंद्रनगर से सांसद मुंजापरा महेंद्र भाई, पश्चिम बंगाल के अलीद्वारपुर से सांसद जॉन बारला, तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष एल मुरुगन और पश्चिम बंगाल के कूचविहार से सांसद निषिथ प्रमाणिक शामिल हैं। इनमें से मुरुगन एकमात्र ऐसे नेता है जो संसद के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं।