महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में 8 अगस्त से शुरू होंगी प्रवेश परीक्षाएं, 30 पाठ्यक्रमों में मेरिट पर होगा दाखिला
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने स्नातक, स्नातकोत्तर के परीक्षाओं के साथ यूजी-पीजी के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा भी कराने की तैयारी में जुटा हुआ है। विश्वविद्यालय के 59 पाठ्यक्रमों में 30 पाठ्यक्रमों मेरिट से दाखिला लेने का निर्णय लिया है। इन पाठ्यक्रम में निर्धारित सीट के सापेक्ष दोगुने से कम आवेदन आए हैं। वहीं 29 पाठ्यक्रमों में ही अब प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी। प्रवेश परीक्षाएं तीन पालियों में प्रस्तावित है।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक, स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा आठ अगस्त से कराने का निर्णय निर्णय लिया गया है। कोरोना महामारी को देखते हुए प्रवेश परीक्षाएं दो घंटे के स्थान के इस बार एक घंटे की कराई जाएगी। यथासंभव विश्वविद्यालय सभी पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाएं परिसर में ही कराने का प्रयास करेगा।
कुलपति आनंद कुमार त्यागी की अध्यक्षता में प्रवेश समिति की बैठक में विद्यार्थियों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क भी बनाने का निर्णय लिया गया है।
रविवार को होंगी प्रवेश परीक्षाएं
विद्यापीठ में स्नातक व स्नातकोत्तर की भी परीक्षाएं चल रहीं हैं। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने रविवार या अवकाशों में परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। यूजी-पीजी की परीक्षाएं खत्म होते ही प्रवेश परीक्षाएं लगातार कराई जाएंगी।
100 प्रश्न के जगह पर प्रवेश परीक्षा में होंगे 50 प्रश्न
इस बार प्रवेश परीक्षा में 100 प्रश्नों के स्थान पर अभ्यर्थियों को 50 प्रश्नों का उत्तर देना होगा। एक घंटे की परीक्षा में प्रत्येक प्रश्न आठ अंक के होंगे। इस प्रकार कुल 400 अंकों का होगा। स्नातक स्तर पर सामान्य ज्ञान व इंटरमीडिट स्तर के प्रश्न पूछे जाएंगे। जबकि स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रमों में 70 फीसद विषय से संबंधित तथा 30 फीसद सामान्य ज्ञान पर आधारित प्रश्न होगा। परीक्षाएं ओएमआर सीट पर होंगी।
सर्वाधिक आवेदन (स्नातक)
बीकाम : 6695 (157सीट)
बीए : 7019 (938 सीट)
बीएससी मैथ: 2848 (175 सीट)
इन पाठ्यक्रमों में होगा मेरिट से दाखिला
बीएससी (टेक्सटाइल्स एंड हैंडलूम), एमए (हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी, उर्दू, दर्शन, अर्थशास्त्र, गांधी विचार, आईआरपीएम, ग्रामीण विकास, मासकाम, सांख्यिकी), एमएफए (अप्लाईड आट्स व स्कल्पचर), दो वर्षीय कन्नड़ पाठ्यक्रम, पीजी डिप्लोमा इन कर्मकांड, पीजी डिप्लोमा इन फैशन डिजाइन, पीजी डिप्लोमा इन साइकोथिरेपी काउंसिलिंग एंड गाइडेंस, पीजी डिप्लोमा इन एचआरडी, डिप्लोमा इन ड्रामा, सर्टिफिकेट कोर्स इन रशियन, डिप्लोमा इन रशियन, पीजी डिप्लोमा इन नेचुरोपैथी एंड योगा, पीजी डिप्लोमा इन एनजीओ मैनेजमेंट, सॢटफिकेट इन योगा, पीजी डिप्लोमा इन ग्राउंड वाटर रिर्सोस मैनेजमेंट, बीलिब, मॉस्टर ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवेल मैनेजमेंट और एमलिब।