बलिया में भूमाफिया ने बेच डाली अस्पताल की जमीन, प्रशासन में खलबली, कागज ढूढ़ने में जुटे अधिकारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. बलिया स्थानीय क्षेत्र में भूमाफिया के हौसले बुलंद हैं। यहां सरकारी भवन तक सुरक्षित नहीं है। नगर में स्थित सीयर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की करीब 10 डिसमिल जमीन को बेच दिया गया है। तहसील में ही इसकी रजिस्ट्री 12 जुलाई को हुई है। जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रशासन में खलबली मच गई।
अधिकारी अस्पताल के भू-अभिलेख खंगालने में जुट गये हैं। बेची गई जमीन की चौहद्दी सीयर अस्पताल का प्रवेश द्वार ही है। अस्पताल प्रशासन द्वारा अभी आक्सीजन प्लांट भवन का निर्माण कराया गया है। सीएचसी अस्पताल अधीक्षक डा. तनवीर आजम ने बताया कि पूरे मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। जल्द ही अस्पताल की भूमि बैनामा मामले में सीएचसी की तरफ से आपत्ति दाखिल होगी।
बोले एसडीएम-खंगाला जा रहा अभिलेख : एसडीएम सर्वेश यादव ने कहा कि अस्पताल की भूमि के बेचे जाने की जानकारी मिलने के बाद से अभिलेखों को खंगाला जा रहा है। विक्रेता ने जमीन पर अपना नाम होने का दावा किया है। बिल्थरारोड प्रभारी उपनिबंधक दीपक सिंह के हस्ताक्षर से मौजा बिठुआ अंदर की भूमि को बेचा गया है। बैनामा में विक्रेता सुगन यादव, ग्राम बिठुआ और क्रेता बसंत कुमार यादव ग्राम जिउतपुरा दर्शाया गया है। चौहद्दी में पूरब में सरकारी अस्पताल, पश्चिम में फजलूद्दीन का मकान, उत्तर में रेलवे स्टेशन रोड और दक्षिण में सरकारी अस्पताल अंकित है।
जमीन पर दबंगों ने किया कब्जा : गंगा के कटान से बेघर हुए कटान पीड़ित ने बसने के लिए खुद से जमीन लिया लेकिन उस पर दबंग काबिज नहीं होने दे रहे हैं। उपजिलाधिकारी के आदेश पर तहसीलदार बैरिया व थानाध्यक्ष हल्दी के नेतृत्व में तहसील की टीम ने 14 जुलाई को पैमाइश की। उन्हें जमीन पर कब्जा दिलाया।
पीड़ित पक्ष ने निर्माण शुरू कराया तो दोपहर बाद विपक्षियों ने ईट-पत्थर चलाकर मजदूरों को भगा दिया, जोड़ाई किए हुए दीवार को भी गिरा दिया। पीड़ित पक्ष ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है। बता दें कि गंगा नदी के कटान में वर्ष 2016 में चौबे छपरा रामगढ़ निवासी हृदयानन्द मिश्रा, अमरनाथ मिश्र और मंजू देवी का घर नदी में समाहित हो गया। उन्होंने हल्दी थाना क्षेत्र के बलिहार मौजे में 2017 में जमीन का बैनामा कराया।