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आजमगढ़ में मंदिर के पीछे बोरे में बंद मिले प्रधानपति, लोगों ने पहुंचाया अस्‍पताल, जानें क्‍या है मामला

गाजीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. दो दिन पहले अगवा कैथोली गांव के प्रधान पति हौसिला राजभर सोमवार तड़के बोरे में बंधे पड़े मिले। उन्हें बदमाश उसी मंदिर के पीछे फेंक गए, जहां से अगवा किया था। ग्रामीण टहलने निकले तो बोरे में हरकत देख उसे खोले तो चोटिल प्रधानपति को गंभीर हालत में देख अस्पताल लेकर भागे। सनसनीखेज मामले में लापरवाही बरत चुकी पुलिस अबकी इत्तला मिलते ही बयान लेने अस्पताल जा पहुंची। ग्रामीणों में घटना को लेकर आक्रोश है। 

परिजनों के अनुसार हौसिला प्रसाद राजभर रोज की तरह शनिवार की रात पूजा करने गए थे। वहां छिपे बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें दबोच लिया और बाइक पर बैठाकर फरार हो गए। उनके बहुत देर तक घर नहीं लौटने पर परिजन मंदिर गए तो उन्हें न पाकर परेशान हो उठे। डायल 112 पर फोन किया तो रात में ही पुलिस आ पहुंची लेकिन पूछताछ कर लौट गई। इलाकाई एसओ को सूचना दी गई तो सुबह आने की बात कहकर टाल गए। उस घटना के बाद रविवार को ग्रामीणों के आक्रोश जताने के बाद पुलिस की तंद्रा टूट पाई। हालांकि, इसके लिए विवश हुए ग्रामीणों को पहले जाम लगाना पड़ा फिर लाठियां खानी पड़ी थी।


अपहरण के बाद उनकी पत्नी व गांव की प्रधान शीला ने गांव के रामनवल, कन्हैया लाल, जयप्रकाश उर्फ रूदल यादव, ओमप्रकाश यादव, राजकुमार यादव, अशोक यादव के खिलाफ चुनावी रंजिश को लेकर अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें कन्हैया पूर्व प्रधान कुसुम यादव के पति हैं। एक भी आरोपित की गिरफ्तारी पुलिस नहीं कर सकी है।


पहले भी हो चुका है प्रधानपति पर हमला

कैथौली गांव के प्रधानपति हौसिला प्रसाद राजभर पर पहले भी हमला किया गया था। उस समय ग्राम प्रधानी का चुनाव चल रहा था। मामला यहीं नहीं थमा, पांच जून को उनकी पत्नी के चुनाव जीत जाने के बाद बाइक सवार तीन लोगों ने उन्हें मारा-पीटा था। उस समय एक युवक को पुलिस ने पकड़ा भी था, लेकिन दो-तीन दिन बाद छोड़ दिया।


दीदारगंज में चार थानों की फोर्स तैनात

पुलिस पौधारोपण करने में जुटी थी, लेकिन दीदारगंज में बवाल की खबर पर वहां पहुंचना पड़ा। प्रधानपति के अपहरण की घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने दीदारगंज चौक पर रास्ता जाम कर दिया। कुछ ग्रामीणों ने जाम को पार करने की कोशिश करने वालों के साथ बदसलूकी भी की। ग्रामीण हाथ में लाठियां लिए हुए थे, लिहाजा पुलिस ने पुलिस ने प्रतिकार किया।उसके बाद लाठीचार्ज में कई लोग घायल हो गए। सीओ फूलपुर जितेंद्र कुमार, थानाध्यक्ष सरायमीर अनिल कुमार सिंह, थानाध्यक्ष पवई बृजेश सिंह, थानाध्यक्ष बरदह भी पहुंच गए।

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