चार साल बाद कांवड़ यात्रा में इस बार बजेगा डीजे, फूहड़ गाना बजाया तो होगी कार्रवाई
गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. कांवड़़ यात्रा 2021 जी हां सावन का महीना आने वाला है। इस माह को भगवान शिव का मास भी कहा जाता है। सावन में कांवड़ यात्रा भी निकाली जाती है। गाजे-बाजे के साथ निकलने वाली यह यात्रा भव्य होती है। इसमें सैकड़ों की संख्या में शिवभक्त गेरुवा वस्त्र पहनकर शिवजी के जलाभिषेक को जाते हैं। कांवड़ में गंगा जल भरकर रास्ते भर की यात्रा भक्ति मय होती है। यात्रा में डीजे की धुन पर गीत भी बजते हैं और नाचते-गाते भक्त शामिल रहते हैं। हालांकि पिछले कुछ वर्षों से कांवड़ यात्रा में डीजे पर प्रतिबंध लगा है। इस बार डीजे तो बजेगा लेकिन कुछ शर्तों के साथ ही।
कांवड़ यात्रा और शिवभक्तों की सुविधा को लेकर पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है। शिवभक्तों के आने-जाने वाले मार्गों, मंदिरों और गंगा घाटों पर साफ-सफाई से लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए जा रहे हैं।
शर्तों के साथ डीजे व लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति
खास बात यह है कि करीब चार साल बाद कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे भी बज सकेगा। हालांकि डीजे पर फूहड़ और फिल्मी गाना नहीं, बल्कि भजन और भक्ति गीत से बजाए जा सकेंगे। यदि इस नियम का उल्लंघन हुआ तो पुलिस कार्रवाई भी करेगी। पुलिस ने शर्तों के साथ डीजे व लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति दे दी है।
कांवड़ यात्रा में कोविड गाइडलाइन का भी करना होगा पालन
निर्देश है कि डीजे पर केवल भजन और भक्ति गीत ही बजा सकेंगे। डीजे और लाउडस्पीकर की आवाज भी 80 डेसीबेल से अधिक नहीं होनी चाहिए। कांवड़ यात्रा के वक्त कोविड गाइडलाइन और दूसरे नियमों का पालन करना होगा। किसी भी दशा में भीड़ अधिक नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही यात्रा में शामिल श्रद्धालु अपने साथ हाकी, बेसबैट और डंडा नहीं रख सकेंगे। ध्वनि प्रदूषण के नियमों का पालन करना आवश्यक है। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
चार वर्षों से डीजे पर है प्रतिबंध
गंगा तट से जल भरकर हजारों को कांवरिए वाराणसी और दूसरे देवस्थान जाते हैं। श्रद्धालुुओं का अलग-अलग समूह और जत्था भी जाता है, जो पहले शहर में कांवड़ यात्रा निकालकर फेरी करते हैं। इस दौरान वह डीजे बजवाते थे, मगर करीब चार वर्षों से इस पर प्रतिबंधि लगा हुआ था। डीजे बजाने की स्थित में डीजे संचालक के विरुद्ध कार्रवाई होती थी।
आइए जानें, क्या कहते हैं आइजी
आइजी केपी सिंह का कहना है कि शर्तों के साथ डीजे बजा सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए कम आवाज वाले लाउडस्पीकर में भजन व भक्ति गीत ही बजा सकते हैं। हमारी अपील है कि धार्मिक आयोजन को शांति के साथ मनाएं। ध्वनि प्रदूषण न करें।