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Ghazipur: सैदपुर राजकीय पशु अस्पताल का भवन पूरी तरह से जर्जर, मौत के साए में कर रहे काम

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. सैदपुर ब्लाक परिसर में स्थित राजकीय पशु अस्पताल का भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। इसके चलते पशु चिकित्सक व अन्य कर्मचारी मौत के साए में नौकरी कर रहे हैं। विभागीय अधिकारियों ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं और पशु अस्पताल के नवनिर्माण का जिम्मा ब्लाक मुख्यालय पर छोड़ दिया है। स्थिति यह है कि बारिश होने पर पानी झरने की तरह अंदर गिरता है जिससे जलभराव की स्थिति बन जाती है। कर्मचारियों व पशुपालकों ने भवन के नवनिर्माण की मांग की है।

वर्ष 1958 में ब्लाक परिसर में पशु अस्पताल की स्थापना हुई थी। वर्तमान में यहां पशु चिकित्साधिकारी डा त्रिवेणीशंकर दुबे, फार्मासिस्ट इंद्रसेन सिंह, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी दीनानाथ पांडेय व शीला सोनकर तैनात हैं। प्रतिदिन यहां 15-20 पशु पालक पशुओं का इलाज कराने के लिए आते हैं। कीड़े की दवा वगैरह लेने के लिए पशु पालक आ रहे हैं। भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। खिड़की दरवाजे भी बेकार हो गए हैं। 


कब छत गिर जाएगा कोई गारंटी नहीं है। मजबूरीवश चिकित्सक व कर्मचारी अस्पताल में बैठै रहते हैं। विभागीय अधिकारियों के यहां भवन निर्माण हेतु कई बार पत्राचार हुआ लेकिन भवन निर्माण नहीं हो सका। क्षेत्रीय पशुपालक अजय यादव, राजन सिंह, मनोज कुमार आदि का कहना है कि भवन बन जाता तो काफी सहूलियत रहती।


भवन बनाने की जिम्मेदारी ब्लाक मुख्यालय की: भवन निर्माण के लिए विभागीय अधिकारियों के यहां कई बार पत्र भेजा गया, लेकिन वहां से कहा गया है कि ब्लाक परिसर में स्थित होने के कारण भवन निर्माण ब्लाक के माध्यम से होगा।- डा. त्रिवेणीशंकर दुबे, पशु चिकित्साधिकारी, सैदपुर।

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