Ghazipur: स्वास्थ्य विभाग के 68 फीसद कर्मियों के तबादले के विरोध में धरना दूसरे दिन भी जारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. स्वास्थ्य विभाग के लिपिक संवर्ग में बड़े पैमाने पर किए गए तबादले से नाराज यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन के सदस्यों का सीएमओ कार्यालय पर धरना दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रहा।
कार्य बहिष्कार के चलते कार्यालय का पूरा काम ठप है। उन्होंने एक आइएएस अधिकारी पर मनमाना रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन और तेज होगा। इस दौरान उन्होंने एसीएमओ डा. प्रगति कुमार को मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रक सौंपा।
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अमित राय ने कहा कि शासनादेश के अनुसार किसी भी हाल में विभाग द्वारा 10 फीसद कर्मचारियों का या फिर विभागीय मंत्री अधिकतम 20 फीसद कर्मचारियों का ही एक बार में तबादला कर सकता है, लेकिन इस तबादले में 70 फीसद से ऊपर कर्मचारियों का तबादला कर स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कर्मचारियों को कोविड-19 के सेकंड फेज में काम करने का इनाम दिया है।
डब्ल्यूएचओ के द्वारा कोरोना के तीसरे लहर की बात कही जा रही है। यह तबादला इसी तरह चलता रहा तो स्वास्थ विभाग के अधिकारी और कर्मचारी कैसे तीसरी लहर को रोक पाएंगे, यह समझ से परे की बात है। अन्य वक्ताओं ने कहा कि इस तबादले में दिव्यांग कर्मचारी, महिला कर्मचारी, विधवा महिला कर्मचारी का भी ध्यान नहीं रखा गया है। यहां तक की जिस कर्मचारी का रिटायरमेंट में एक साल बाकी है, उनका भी जबरन ट्रांसफर कर दिया गया है।
यहां कुल 53 लिपिक कार्यरत हैं और इसमें 32 लिपिकों का मानक की अनदेखी करते हुए हजार-हजार किलोमीटर दूर ट्रांसफर कर दिया गया है। अन्य वक्ताओं ने कहा कि धरने में धर्मेंद्र यादव, कृष्ण कुमार वर्मा, अनूप चतुर्वेदी, फैजुद्दीन सिद्दकी, जयप्रकाश सिंह, सत्यप्रकाश उपाध्याय, अंजू यादव, नागेंद्र सिंह, पवन यादव, कमलनयन राय, शिवजी पांडेय, चंदा दूबे, शिवबली मिश्र, आनंद प्रकाश अग्रवाल, श्रीकांत पांडेय, दीपक राय, कन्हैया चौबे, हेमंत कुमार आदि लोग शामिल रहे।