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खेल मंत्री को गाली देने पर पांच सपा कार्यकर्ता गिरफ्तार; उपेंद्र तिवारी बोले - मेरा क्या कसूर

गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया। खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी को गाली कहने के मामले में पुलिस ने पांच सपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। रविवार को वीडियो वायरल होने के बाद एक्शन में आई पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए रात भर छापेमारी की। इस मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद चौधरी और उनके पिता पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी समेत दस लोगों को नामजद किया गया है। इसके अलावा सौ अज्ञात लोगों पर भी केस दर्ज हुआ है। सोमवार को कोतवाली में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि सपा कार्यालय से पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।

पार्टी कार्यालय से हुई गिरफ्तारी

एएसपी ने बताया कि शैलेंद्र यादव निवासी टघरौली, मनीष यादव व शिवपाल सिंह यादव निवासी टकरसन, टवींकल सिंह विजयीपुर, विकास ओझा निवासी कपुरी को सपा कार्यालय से सोमवार की सुबह करीब 11 बजे गिरफ्तार किया गया। शहर कोतवाल बालमुकुंद मिश्रा व जिला अस्पताल चौकी प्रभारी चंद्रहास राम की टीम ने गिरफ्तारी की है। मामले में कई और लोगों की शीघ्र गिरफ्तारी हो सकती है।


छह थानों की पुलिस व एसओजी टीम की दबिश

शहर कोतवाली, बांसडीह रोड, सुखपुरा, गड़वार, फेफना, चितबड़ागांव पुलिस व एसओजी की टीम रविवार की रात आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करती रही। आरोपितों के घर के अलावा उनके रिश्तेदारों व जान-पहचान के लोगों के यहां भी दबिश पड़ती रही। कुछ आरोपितों के परिजनों को भी पुलिस ने काफी देर तक बैठाए रखा।


मेरा क्या कसूर, जो 90 साल की अवस्था में सुननी पड़ी गाली

मंत्री उपेंंद्र तिवारी को अपशब्द कहे जाने पर उनका परिवार भी मर्माहत है। शहर के टैगोरनगर स्थित आवास पर मंत्री की 90 वर्षीय माता रमुनी देवी का रोते हुए वीडियो वायरल हुआ है। वह अपना पक्ष रखते हुए फफक पड़ी़ं। कहा कि राजनीति में मेरा बेटा है, वह समाज की सेवा करता है। इसमें मेरा क्या कसूर है जो सपा के लोगों ने मुझे सामूहिक रूप से गाली दी, मेरी बहू को गाली दी। 


इतना कहने के बाद कुछ देर के लिए उनकी आवाज थम सी गई। फिर बोलीं कि राजनीति में जीत-हार अपनी जगह है लेकिन जीत के जश्न में इतना भी पागल नहीं हो जाना चाहिए कि बुजुर्ग महिला को सैकड़ों की भीड़ में गाली दी जाए। ऐसे लोगाें पर उन्होंने सख्त सजा की मांग की। उधर मंत्री की पत्नी बोलीं कि मेरे पति राजनीति में हैं, इसका मतलब यह नहीं होता कि उनके परिवार के लोगों को बीच चौराहे पर गाली दी जाए। सपा के लोगों ने जिस तरह से जीत के बाद गाली दिया है, उससे मेरा पूरा परिवार मर्माहत है। क्या यही सपा का समाजवाद है।

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