बलिया में खुद थाने पहुंचा जिपं सदस्य रमेश, पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी पर था अपहरण का FIR
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर वार्ड दस के सदस्य रमेश वर्मा के पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी पर दर्ज अपहरण के मुकदमे में गुरुवार को नाटकीय मोड़ आ गया। सदस्य रमेश वर्मा ने थाने में पहुंच कर एसओ सुनील लांबा के समक्ष अपहरण की बात से इन्कार कर दिया।
उन्होंने बताया कि वह लखनऊ अपने निजी काम से गये हुए थे। मामले में बुधवार को पुलिस ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी आनंद चौधरी के पिता पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी समेत तीन पर अपहरण का मुकदमा कायम किया था।
बांसडीहरोड थाने पर चार घंटे तक चले हाई प्रोफाइल ड्रामा के बाद सदस्य लग्जरी कार से अपने पिता मंगला के साथ निकल गये। बड़ी संख्या में सपा व भाजपा के दिग्गज नेता थाने में डटे रहे। सदस्य ने पुलिस को बताया कि वह लखनऊ घूमने गया था। वहां उसका मोबाइल खराब हो गया था, इससे उसका सबके साथ संपर्क टूट गया था। बुधवार की देर शाम पता चला कि उसके पिता द्वारा कुछ लोगों के खिलाफ उसके अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस पर मैं सीधे थाने आ गया। सीओ बांसडीह अशोक त्रिपाठी ने भी जिला पंचायत सदस्य से काफी देर तक पूछताछ की। सपा नेता सनातन पांडेय, जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव, काशीनाथ यादव, लक्ष्मण गुप्ता, भीम चौधरी, जमाल आलम समेत काफी संख्या में सपाई थाने पर पंहुच गये। बाद में पुलिस ने सभी को हटा दिया।
सीओ बोले नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी
जिला पंचायत सदस्य ने अपने पिता के साथ जाने की इच्छा जताई। इस पर पुलिस की सुरक्षा में उसके पिता को सुपुर्द कर घर भेज दिया गया है। इस संबंध में दर्ज अपहरण के मुकदमे में विवेचना प्रचलित है। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।-अशोक त्रिपाठी, सीओ बांसडीह।